छत्तीसगढ़

वकील चिकित्सक एक दूसरे के खिलाफ कर रहे कार्यवाही की मांग, मामूली विवाद से खड़ा हुआ बड़ा बखेड़ा.

(आशीष मौर्य) : बिलासपुर में समाज के दो जिम्मेदार वर्ग चिकित्सको और अधिवक्ताओ के बीच हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को दोनों पक्ष पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और कार्रवाई की मांग की. बाइक हटाने को लेकर हुए विवाद के बाद डॉक्टर ने वकील के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने का मामला दर्ज करने की मांग की है…. ज़िन्दगी,

गुरुवार को मोबाइल मेडिकल यूनिट की टीम मंगला बस्ती जॉय रेजिडेंसी के सामने क्लिनिक लगाकर मरीजों का इलाज कर रही थी। डॉ अंशुल भौमिक के अनुसार उन्होंने अपनी स्कूटी सड़क किनारे साइड में पार्क किया था। जिसे वहीं रहने वाले वकील रजनीश सिंह बघेल ने कार निकालने के दौरान हटाने को कहा।

इससे पहले की वह अपनी स्कूटी हटाते रजनीश सिंह बघेल ने कार से निकलकर अचानक डंडे से डॉक्टर अंशुल भौमिक की पिटाई शुरू कर दी।सिविल लाइन पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है, शुक्रवार को स्वायतशसी कर्मचारी महासंघ ने  रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया.

गुरुवार को इस मामले में जहां जिला अधिवक्ता संघ ने दखल दिया था तो वहीं अब इस मामले में आईएमए ने पुलिस कार्यवाही को संदेहास्पद बताया है। आईएमए का कहना है कि डॉक्टर अंशुल भौमिक और उनकी टीम सरकारी काम कर रहे थे। इस बीच उनके साथ गाली क्लोज और मारपीट की गई है, लेकिन सिविल लाइन पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा से संबंधित धारा नहीं लगाई है ।वही जिलाअधिवक्ता संघ के पदाधिकारी भी अधिवक्ता रजनीश बघेल के समर्थन में एसपी को ज्ञापन सौंपने पहुंचे और दूसरे पक्ष के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। पुलिस पहले ही दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी है

इस मामले में अब जिला अधिवक्ता संघ और आईएमए के भी उतरने से पुलिस के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही है, क्योंकि किसी एक पक्ष की मांग मानने पर दूसरा पक्ष उन पर दबाव बनाएगा क्योंकि दोनों ही संगठन ताकतवर है ।

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