बेमेतरा

फर्नीचर घोटाले मामले में DEO पर गिरी गाज, मंत्री ने दिए जांच के निर्देश…..

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छत्तीसगढ़ – फर्नीचर खरीदी का एक मामला सामने आया है। बेमेतरा में फर्नीचर घोटाले की गाज DEO पर गिरी है। मंत्री के निर्देश पर बेमेतरा की जिला शिक्षा अधिकारी मधुलिका तिवारी की छुट्टी हो गयी है। विधानसभा में बेमेतरा जिले के स्कूलों में फर्नीचर घोटाले का गूंजा। ध्यानाकर्षण में बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा ने इस मामले को उठाते हुए करोड़ों रुपये घोटाले का आरोप लगाया। मंत्री ने इस मामले में जांच का ऐलान करते हुए DEO मधुलिका तिवारी को तत्काल पद से हटाने का निर्देश दिया।
 
जिले के 21 हाईस्कूलों में कार्यालय, विद्यार्थी व आगंतुकों के लिए डेढ करोड़ से अधिक की राशि से 15 तरह के फर्नीचरों की खरीदी हुई है। फर्नीचर खरीदी को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के मामला उजागर होने के बाद 21 स्कूलों के लिए की गई फर्नीचर खरीदी की जांच की मांग उठने लगी है। डीईओ कार्यालय द्वारा जिले के बेमेतरा, साजा, बेरला व नवागढ ब्लाक के 21 हाई स्कूलों के लिए राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा जारी किए गए 1 करोड़ 54 लाख की मद से फर्नीचर खरीदी किया गया है। 
 
डेढ़ करोड़ से अधिक बजट जारी किया गया था। जिसमें जिले के प्रत्येक चिन्हित स्कूलों के लिए 7 लाख 37 हजार निर्धारित किया गया था। स्कूल प्रमुखों को इं पंजीयन नहीं होने की जानकारी देकर डीईओ से ही फर्नीचर खरीदा गया था। जारी किया गया फंड संबधित स्कूलों के खातों में पहुंचा था जिसे शाला प्रबंधन विकास समिति के अनुमोदन के बाद प्राचार्य द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से किया जाने का आदेश जारी किया गया था। खरीदी करने के लिए स्कूल की समितियों को आधे अधूरी जानकारी देकर अनुमोदन कराने के बाद प्राचार्य को रेडिमेट पत्र थमाया गया। 
 
जिसमें कुछ खाली स्थान छोड़े गए थे। जिसे प्राचार्यों के द्वारा हस्ताक्षर कर वापस किया गया। खरीदी प्रक्रिया को लेकर पूछे जाने पर खिलोरा में पदस्थ प्राचार्य पी एस यदु ने बताया कि आदेश में डीईओ के माध्यम से ही खरीदी किया जाना बताया गया था पर संस्था का ई पंजीयन नहीं था। जिससे खरीदी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से किया गया था। जिसके लिए 19 मार्च को आर्डर जारी किया गया था। 
 
डीईओ कार्यालय में फर्नीचर खरीदी को लेकर विधानसभा शुक्रवार को ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान मामला गूंजा था। जिसके बाद सदन में मंत्री की घोषणा के बाद डीईओ मधुलिका तिवारी को दुर्ग कार्यालय अटैच करने की बात कहीं गई थी, जिसके बाद आज डीईओ तिवारी कार्यालय पहुंची थी। इस पर शिक्षा अधिकारी मधुलिका तिवारी द्वारा बेमेतरा में ही रहने की बात कही गई। उन्होंने कहा कि फर्नीचर खरीदी से संबंधित जानकारी फाइल देखकर ही आपको बता पाऊंगी। 
 
मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह ने इस मामले में जांच का ऐलान करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी मधुलिका तिवारी को तत्काल पद से हटाने का निर्देश दिया। डॉ प्रेमसाय सिंह ने कहा कि डीईओ मधुलिका तिवारी को संयुक्त संचालक कार्यालय दुर्ग में अटैच किया जायेगा। इस मामले में विपक्ष का आरोप था कि स्कूलों में खरीदी के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया जाता है। ना तो गुणवत्ता का ख्याल रखा जाता है और ना ही खरीदी में प्रक्रियाओं का पालन किया जाता है।

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