आपस में ही गाली गलौज कर रहे शिक्षक, थाने तक पहुंचा मामला….
(डब्बू ठाकुर) : बेलगहना – शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बेलगहना में इन दिनों शिक्षकों के द्वारा पढ़ाई का कार्य छोड़ कर एक दूसरे को गाली गलौज एवं छींटाकशी में लगे हुए हैं जबकि स्कूल खुले 3 माह बीत जाने के बाद भी आज तक 3 शिक्षकों के द्वारा एस एस दीवाकर एवं एस एस तिवारी एवं एम एस लहरें ने बच्चों को पढ़ाने की शुरुआत ही नहीं की जबकि शासन के द्वारा आदेश दिया गया है कि बच्चों से असाइनमेंट तैयार करवा कर उसकी जांच की जाए लेकिन अभी तक बच्चों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है स्कूल के प्रचार्य के द्वारा बार-बार नोटिस निकाल कर उनको अवगत कराया जाता रहा लेकिन उस नोटिस का उन लोगों के द्वारा आज तक जवाब नहीं दिया गया जब हद यह हो गई कि स्कूल के बाबू को को भी गालीबेलगहना हायर सेकेंडरी बालक स्कूल में शिक्षकों के बीच गाली गलौज मामला पहुंचा बेलगहना चौकी, शिक्षकों के आपसी विवाद के बीच बच्चों की पढ़ाई शुरू ही नहीं हुई।
शाला प्रबंधन समिति की बैठक में लिया गया निर्णय नहीं पढ़ाने वाले शिक्षकों को हटाने की बच्चों ने की मांग, शाला प्रबंधन समिति ने जिला पंचायत अध्यक्ष एवं जिला शिक्षा अधिकारी से की उचित कार्यवाही की मांग : शाला प्रबंधन समिति की बैठक में समस्त सदस्यों द्वारा स्कूल की शिक्षा स्तर को कैसे सही किया जा सकता है इस पर विचार विमर्श किया गया वही प्रचार मूरत सिंह ठाकुर के द्वारा कुछ शिक्षकों के द्वारा गाली गलौज करने की बात बताएं एवं बच्चों की पढ़ाई अभी तक नहीं शुरू की गई जिस पर प्रबंधन के सदस्यों द्वारा बच्चों से पूछा गया तो बच्चों ने बताया की भौतिक एवं रसायन की पढ़ाई अभी तक शुरू नहीं हुई है ना ही शिक्षक पढ़ाने आते हैं अभी तक एक भी भौतिक एवं रसायन का पीरियड नहीं लिए हैं ना ही असाइनमेंट जमा करवाया गया है उसके बारे में हमको जानकारी नहीं है तभी शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण चौहान को यहां की स्थिति से अवगत कराया एवं लिखित में आवेदन प्रेषित किया गया और जिला शिक्षा अधिकारी को भी इस पर उचित कार्यवाही के लिए प्रेषित किया गया अब देखना यह होगा की शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बेलगहना की पढ़ाई शुरू होगी या नहीं या शिक्षकों को भी विवाद के कारण बच्चों का भविष्य खराब होगा।
बेलगहना चौकी मैं लिखित शिकायत होने के बाद क्या कार्यवाही होती है यह देखना होगा : शाला प्रबंधन समिति एवं जिला उच्च अधिकारियों को लिखित में आवेदन देने के पश्चात बेलगहना चौकी में इसकी लिखित सूचना दी गई जिससे कोई भी अप्रीय घटना ना घटे शिक्षकों द्वारा आपसी विवाद के चलते यह मामला बेलगहना चौकी में पहुंचा अब यह देखना होगा कि इस पर क्या कार्यवाही होती है अगर उचित कार्यवाही नहीं होती है तो शिक्षकों का बच्चों को ना पढ़ाने का मनोबल ऊंचा रहेगा जिससे कि बच्चों का भविष्य खराब हो सकता है