देश

मुझे फक्र है मेरे पति आज भी उसी तेवर में,’ मनीष सिसोदिया से 103 दिन बाद मिलकर बोलीं पत्नी

Advertisement

(शशि कोन्हेर) : दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शराब घोटाले मामले में जेल में बंद हैं. उन्हें इस साल फरवरी में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. लेकिन 103 दिन बाद वह पुलिस कस्टडी मेंं अपनी बीमार पत्नी सीमा से मिले. पति से मुलाकात के बाद सीमा सिसोदिया ने एक पत्र जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि उन्हें मनीष पर फक्र है.

Advertisement
Advertisement

सीमा सिसोदिया ने पत्र जारी कर कहा कि अरविंद केजरीवाल और मनीष के खिलाफ साजिश रचने वाले खुश हो रहे होंगे कि वे अरविंद के सिपाही को जेल में डालने में कामयाब हो गए हैं.

Advertisement

सीमा सिसोदिया ने पत्र में कहा है कि सात घंटे के लिए. वह भी इस तरह पुलिस बेडरूम के दरवाजे पर बैठी है और आपको लगातार देख रही है और आपकी हर बात सुन रही है. शायद इसलिए कहते हैं कि राजनीति गंदी है.

Advertisement

पत्र में कहा गया कि जब ये लोग पार्टी बना रहे थे तो उस वक्त बहुत से शुभचिंतकों से सुनने को मिला था कि पत्रकारिता और आंदोलन तक तो ठीक है पर राजनीति के चक्कर में मत पड़ो. यहां पहले से बैठे लोग काम करने नहीं देंगे और परिवार को परेशान करेंगे.

लेकिन यह मनीष की जिद थी. उन्होंने अरविंद और अन्य लोगों के साथ मिलकर पार्टी बनाई और काम करके दिखाया. इन लोगो की राजनीति ने बड़े-बड़े लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी की बात करने पर मजबूर किया.

उन्होंने पत्र में कहा कि पिछले तीन महीने में दुनिया की शिक्षा का इतिहास पढ़ डाला है. किस देश के किस नेता ने शिक्षा पर जिद करके काम किया और फिर वो देश आज कहां से कहां पहुंच गए हैं. जापान, चीन, सिंगापुर, इजरायल और अमेरिका. भारत की शिक्षा में क्या अच्छा हुआ और क्या कमी रह गई. आज की हमारी मुलाकात में मेरी तबियत के साथ-साथ ये भी बातें हुईं.

पत्र में कहा गया कि आज वही जिद फिर से मनीष के चेहरे पर और बातों में दिखाई दीं, जो आदमी पिछले 103 दिन से एक दरी बिछाकर फर्श पर सो रहा था. लेकिन इन सबके बावजूद आज भी उनकी आंखों में एक ही सपना है, शिक्षा के जरिए देश को खड़ा करना है, केजरीवाल के साथ मिलकर ईमानदार राजनीति करके दिखानी है. भले ही कितनी मुसीबतें आएं, कितनी साजिशें हों.

बता दें कि इससे पहले तीन जून को सिसोदिया को अपनी बीमार पत्नी से मिलने के लिए सात घंटों के लिए जमानत दी गई थी. लेकिन सिसोदिया तिहाड़ जेल से बाहर निकलकर अपनी पत्नी से मिलने घर पहुंचे थे. लेकिन सिसोदिया के घर पहुंचने से पहले ही उनकी पत्नी को तबीयत बिगड़ने पर लोकनायक जयप्रकाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था.

सीमा सिसोदिया ने पत्र में कहा कि मुझे फक्र है कि मेरा पति आज भी अपनी उसी जिद और तेवर में है. अरविंद और मनीष के खिलाफ साजिशें कर ये लोग खुश होंगे कि अरविंद के सिपाही को जेल में डाल दिया है. पर मैं देख रही हूं कि तिहाड़ जेल की एक कोठरी में 2047 के शिक्षित और समृद्ध भारत का सपना मजबूती से बुना जा रहा है. झूठ और साजिशों के सामने ईमानदारी और शिक्षा की राजनीति का सपना जरूर जीतेगा.

Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button