छत्तीसगढ़

मोदी सरकार के द्वारा धान के समर्थन मूल्य में की गई मामूली वृद्धि किसानों के साथ धोखा है – कांग्रेस

Advertisement

(शशि कोन्हेर) : रायपुर : मोदी सरकार के द्वारा धान और रवि फसल के समर्थन मूल्य में की गई मामूली वृद्धि को  किसानों के साथ धोखा और छल करार देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मोदी सरकार ने धान के समर्थन मूल्य में मात्र 7 प्रतिशत की वृद्धि कर आमदनी दोगुनी होने का इंतजार कर रहे किसानों के ऊपर वज्र प्रहार किया है।

Advertisement
Advertisement

किसानों को आर्थिक तंगहाली की ओर ढकेला है।जहाँ एक ओर महंगाई आसमान छू रही है। डीजल पेट्रोल के दाम में 820 प्रतिशत की बढोत्तरी कृषि मजदूरी में 9 से में दोगुनी हुई,कृषि यंत्र और रासायनिक खाद, कीटनाशक, ट्रैक्टर पार्ट्स, ऑयल ग्रीस के दाम में बेतहाशा वृद्धि हुई और फसल बीमा की प्रीमियम में बढ़ोतरी के चलते कृषि लागत मूल्य 2014 के पहले के मुकाबले आज दोगुना हुआ है।

Advertisement

वही मोदी सरकार 9 साल में धान के समर्थन मूल्य में बढ़ी हुई लागत मूल्य के एक चौथाई भी बढ़ोतरी नहीं कर पाई है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में देशभर के किसानों को स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश के अनुसार लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देना एवं 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा किया था जो 9 साल में पूरा नहीं हो पाया है।

Advertisement

मोदी सरकार को किसानों की उपवास का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने एवं आमदनी बढ़ाने का यह आखरी अवसर मिला था उसमें भी मोदी सरकार किसानों के साथ धोखा की है। अब 2024 में किसान केंद्र से मोदी सरकार की विदाई करेंगे और कांग्रेस की सरकार बनेगी फिर किसानों के सच्चे दिन आएंगे महंगाई कम होगा उनकी उपज की सही कीमत मिलेगी और किसान खुशहाल होगा।


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने किसानों से किए वादे को अक्षरशः पूरा किया है 2018 में चुनाव में कांग्रेस ने किसानों को कर्ज माफी, सिंचाई कर माफ एवं धान की कीमत 2500 रु. क्विंटल देने का वादा किया था जिसे पूरा किया है 2023 में भूपेश बघेल की सरकार किसानों से प्रति क्विंटल 20 एकड़ धान खरीदी और 2800रु कीमत पर खरीदी करेगी।

Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button