पेट्रोल, डीजल व घरेलू गैस के दामों में बेतहाशा वृद्धि पर आँखे बंद, भाजपा का बिजली दरों पर प्रदर्शन बौखलाहट का नतीजा :अभिमन्यु मिश्रा
(उदय मिश्रा) : राजनांदगांव – बिलजी दरों में वृद्धि पर जिला भाजपा के प्रदर्शन पर पलटवार करते हुए युवा कांग्रेस नेता अभिमन्यु मिश्रा ने कहा कि एक ओर जहां पेट्रोल, डीजल व घरेलू गैस के बेतहाशा बढ़े हुए दामो की आग में पूरा देश जल रहा है ऐसे के समय में विधुत दामों में कई गयी न्यूनतम व आवश्यक वृद्धि पर जिला भाजपा का बेतुका प्रदर्शन उनकी बौखलाहट को दर्शाता है, हाल में ही 3 दिन पहले घरेलू गैस के दामों में फिर से 50 रुपये की वृद्धि को नजरअंदाज कर जिला भाजपा का 20 पैसे की बढ़ोतरी के विरोध में प्रदर्शन करना हास्यास्पद है व भाजपाई पूरे प्रदेश में जिस प्रकार इस समय अपना वजूद बचाने संघर्ष कर है ऐसे में यह स्वाभाविक है।
अभिमन्यु मिश्रा ने बताया विधुत नियामक आयोग द्वारा बिजली की कीमतों में लगभग 20 पैसे से ले कर 48 पैसे तक की बढ़ोतरी की है, गौरतलब है कि पिछले 3 सालों में बिजली दरों में कोई भी वृद्धि नही की गयी थी जिस वजह से राज्य बिजली कंपनियों का संचित राजस्व अंतराल बढ़ता जा रहा था, कोरोना काल की वजह से वृद्धि नही की जा रही थी किन्तु अब जब कोरोना से राज्य उबरने लगा है तो अभी दरों में थोड़ी वृद्धि करने से आगे चलकर उपभोक्ताओं पर बोझ नही पड़ेगा व बिजली कंपनियों की भी समस्या का समाधान हो जाएगा।
इसके अलावा कई उद्योगों को राहत दी गयी है जैसे कि मशरूम उत्पादक इकाइयों को कृषि क्षेत्र में रखकर राहत दी गई है, उच्च दाब कनेक्शन वाले पोहा-मुरमुरा मिलों को ऊर्जा प्रभार की प्रचलित दर में 5 प्रतिशत की छूट दी गई है, 33 किलोवॉट तक के उच्च दाब वाले स्वतंत्र लघु ऑक्सीजन संयंत्र को ऊर्जा प्रभार में 10 प्रतिशत की छूट मिलेगी, निर्यात के लिए कपड़ा बनाने वाली इकाइयाें को भी बिजली शुल्क में राहत दी गई है साथ ही अनियमित बिलिंग की शिकायत पर उससे होने वाली परेशानी से उपभोक्ताओं को बचाने के लिए भी आयोग ने व्यवस्था की है, तय हुआ है कि अगर लगातार तीन महीने तक मीटर रीडिंग के आधार पर बिजली बिल नहीं दिए जाने पर कार्यपालन अभियंता के अनुमोदन के बाद ही एकमुश्त बिल दिया जा सकेगा।
अभिमन्यु ने यह भी कहा इन सब से यह साफ हो जाता है कि भाजपा जनहित में नही बल्कि रमनहित में कार्य कर रही है जिनका जनता से कोई लेना देना नही है व एकमात्र एजेंडा प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व कांग्रेस की राज्य सरकार की छवि धूमिल करना ही है चाहे उसके लिए कितने ही इस तरह के जनता में भ्रम फैलाने वाले आंदोलन करने पड़ें।