छत्तीसगढ़

रेलवे स्टाफ पार्किंग में खड़े हो रहे बाहरी वाहन….ठेका कर्मचारी कर रहे जमकर अवैध वसूली, वीडियो में ठेकाकर्मी खुद कह रहा थोड़ा अपना निकाल लेते हैं और थोड़ा मालिक को भी देते हैं..

Advertisement

(भूपेंद्र सिंह राठौर) : जोनल स्टेशन की पार्किंग व्यवस्था सुधरने का नाम ही नही ले रही है। हाल ही में बाइक पार्किंग संचालक के खिलाफ 50 हजार रुपये का जुर्माना ठोंका गया था। इसके बाद भी वह अपनी मनमानी कर रहा है। ताजा मामला है रेलवे स्टाफ पार्किंग का , अब यहां भी ठेकेदार के आदेश पर बाहरी वाहनों को रखवाया जा रहा है,वही बकायदा वाहन मालिकों से पैसे भी वसूल किये जा रहे है।

Advertisement
Advertisement

रेलवे स्टेशन की पार्किंग हमेशा से विवादों में रही है। आए दिन यहां की अव्यवस्थाओं को लेकर यात्री या उनके स्वजन शिकायत करते हैं। कुछ दिन पूर्व ही एक यात्री पार्किंग में पहुंचा और उन्होंने स्टैंड में खड़ी गाड़ी की रसीद गुम होने की जानकारी दी।

Advertisement

इस पर कर्मचारी ने उससे अवैध वसूली की। जिसके बाद मामला सही पाए जाने पर प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए पार्किंग संचालक के खिलाफ 50 हजार रुपये का जुर्माना किया था । जुर्माना करने के साथ ही रेल प्रशासन ने पार्किंग संचालक को स्पष्ट कह दिया था कि अब इस तरह के मामले सामने आते हैं तो जुर्माना के साथ- साथ पार्किंग का टेंडर ही निरस्त कर दिया जाएगा।

Advertisement

लेकिन इसका भी असर बाइक पार्किंग के ठेकेदार पर नहीं पड़ रहा है वह आए दिन अपनी मनमानी करते नजर आ रहा है अब तो ठेकेदार ने हद पार कर दी है आपको बता दे की रेलवे स्टाफ के पार्किंग में ठेकेदार के निर्देश पर उनके कर्मचारियों द्वारा अन्य वाहनों की पार्किंग कराई जा रही है.

बकायदा उन वाहन चालकों से पैसे भी वसूल किया जा रहे हैं जब इस संदर्भ में ठेका कर्मी से पूछा गया तो उसने स्पष्ट कहा कि कुछ गाड़ियां आती है जिसे पार्क करवा कर पैसे वसूल करते हैं और जिससे उनका खर्चा पानी चलता है।

जिस जगह पर रेलवे स्टाफ के वाहनों को पार्क कराया जा रहा है उसी जगह पर ठेकेदार अपनी मनमानी करते हुए बाहरी गाड़ियों को पार कर रहा है बकायदा इन लोगों से पैसे भी वसूल किया जा रहे हैं लेकिन रेलवे के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं यदि इसी प्रकार की छूट ठेकेदार को दी जाती रही तो आने वाले दिनों में यहां यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। अब देखना यह है कि रेलवे के उच्च अधिकारी इस ठेकेदार के विरुद्ध कब तक ठोस कार्रवाई करते हैं।

Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button