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बनारस में नगर पंचायत अध्यक्ष की सीट पर चुनाव रोचक, कांग्रेसी को BJP का टिकट, भाजपाई को कांग्रेस ने बनाया प्रत्याशी

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(शशि कोन्हेर) : चुनावों के दौरान दलबदल तो आम बात है। टिकट के लिए अपनी पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में नेता जाते ही रहते हैं। कई बार दूसरी पार्टी से टिकट मिलता है। कई बार दल बदलने के बाद आश्वासन के भरोसे ही अगले चुनाव का इंताजार करते हैं। बनारस में एक ऐसा दलबदल हुआ है जो चर्चा का विषय बना हुआ है।

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यहां की गंगापुर नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए निवर्तमान चेयरमैन को जब लगा कि उन्हें अपनी ही पार्टी कांग्रेस में इस बार तवज्जो नहीं मिलेगी तो उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा ने उन्हें लपका और टिकट भी पकड़ा दिया। उधर, भाजपा में दावेदारी कर रहे नेताजी की उम्मीदों पर कुठाराघात हो गया। उन्होंने भी भाजपा छोड़ी और कांग्रेस में पहुंच गए। ताज्जुब की बात देखिए। कांग्रेस ने भी उन्हें हाथों हाथ लिया और टिकट दे दिया।

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लंबे समय तक कांग्रेसी रहे नेताजी के भाजपा की तरफ से बैटिंग करने और भाजपाई रहे नेताजी के कांग्रेसी होने से यहां का चुनाव रोचक हो गया है। वाराणसी में नगर निगम के अलावा एक ही नगर पंचायत है। ऐसे में अब मेयर के साथ ही नगर पंचायत अध्यक्ष के चुनाव पर सभी की नजरें रहेंगी। यह देखना मजेदार होगा कि लोग इन दोनों दलबदलू में से किसी को चुनते हैं या दोनों की ही उम्मीदें धराशाई कर सपा या आप के प्रत्याशी को वोट देते हैं। फिलहाल नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए सपा-भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की ओर से नामांकन दाखिल किया गया है।

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गंगापुर नगर पंचायत की सीट इस बार महिला के लिए आरक्षित हो गई है। ऐसे में कांग्रेस से निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष दिलीप चाहते थे कि उनकी भाभी स्नेहलता सेठ को टिकट दिया जाए। जब टिकट मिलने की उम्मीद नहीं रही तो उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन खाम लिया। भाजपा से उनकी भाभी को टिकट भी मिल गया।  दिलीप के अचानक कांग्रेस से भाजपा में आने और उनकी भाभी को टिकट देने से बीजेपी में नाराजगी फैल गई।

कांग्रेसी दिलीप की भाभी को टिकट मिलने से कई महीनों से भाजपा में अपनी पत्नी के लिए प्रयास कर रहे अरविंद मौर्या को झटका लगा। उन्होंने भी भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया। कांग्रेस ने भी कोई देरी नहीं की और अरविंद मौर्य के कांग्रेसी होते ही उनकी पत्नी संगीता मौर्या को प्रत्याशी घोषित कर दिया।

भाजपाई के कांग्रेसी होने और कांग्रेसी के भाजपा के पाले से मैदान में उतरने से यहां के चुनाव पर लोगों की नजरें रहेंगी। भाजपा-कांग्रेस के अलावा समाजवादी पार्टी से गीता देवी को अध्यक्ष के लिए उतारा गया है। गीता एक बार यहां की अध्यक्ष रह चुकी हैं। आम आदमी पार्टी ने यहां पुष्पा मौर्या को टिकट दिया है।

गंगापुर नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए 4 ने किया नामांकन

नगर पंचायत गंगापुर के अध्यक्ष पद के लिए 4 प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। प्रत्याशियों ने राजातालाब तहसील में अपने नामांकन पत्र निर्वाचन अधिकारी केसरी सिंह के समक्ष प्रस्तुत किए। अध्यक्ष के लिए नामांकन पत्र प्रस्तुत करने वालों में सपा से गीता देवी, भाजपा से स्नेह लता सेठ, कांग्रेस से संगीता मौर्य और आप से पुष्पा मौर्या रही। इन सभी प्रत्याशियों ने अपने समर्थकों के साथ सोमवार को राजातालाब तहसील परिसर में बने नामांकन कक्ष में नामांकन किए। गीता यादव और उनके पति विजय यादव भी समाजवादी पार्टी के टिकट पर दो बार नगर पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं।

सदस्य के लिए 30 प्रत्याशियों ने भरा पर्चा

नगर पंचायत सदस्य पद के लिए तहसील परिसर में सोमवार को नामांकन का कार्य संपन्न हुआ। अंतिम दिन तक यहां पर कुल 30 लोगों ने अपना नामांकन पत्र भरा। चुनाव अधिकारी आदर्श वर्मा ने बताया कि नगर पंचायत के सभी 10 वार्ड के लिए नामांकन हुआ है। इन 10 वार्डों के लिए 30 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन पत्र उनके समक्ष प्रस्तुत किए हैं। नगर पंचायत सदस्य के लिए नामांकन दाखिल करने वालों में अमित साहू, चरण दास गुप्ता, चमेला देवी, मोहम्मद इस्लाम, सबीना, सुनील पांडेय, शबाना, सुरेश मौर्य, अशोक मौर्य, बृजेश मौर्या आदि प्रमुख रहे।

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