मुंगेली

जिला स्तरीय उन्नमुखीकरण प्रशिक्षण का किया गया आयोजन…..

(मोहम्मद अलीम) : मुंगेली – मुंगेली । जिला स्तरीय समावेशी शिक्षा अंतर्गत क्षमता निर्माण पालक उन्मुखीकरण कार्यक्रम में व्याख्याता प्राचार्य प्रधान पाठक प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक शाला एवम दिव्यांग बच्चों के पालक की मंगलवार को बीआरसी भवन मुंगेली में प्रशिक्षण आयोजित किया गया जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में लेखनी सोनू चंद्राकर अध्यक्ष जिला पंचायत मुंगेली, अध्यक्षता संजीत बनर्जी उपाध्यक्ष जिला पंचायत मुंगेली, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी अजय नाथ, जिला मिशन समन्वयक वीपी सिंह, जिला कार्यक्रम समन्वयक ए के कश्यप शामिल रहे। कार्यक्रम को अध्यक्ष के द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्राचार्य, व्याखाता, प्रधान पाठकों एव पालकों को बधाई दिया गया और कहा गया की आप शाला में पढ़ने वाले बच्चों में प्रत्येक शाला में 3से 5 प्रतिशत दिव्यांग बच्चे है ,उसकी पहचान कैसे किया जाना इस प्रशिक्षण से प्राप्त कर शासन की योजना को दिव्यांग बच्चे को मिले, इसके लिए कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया, साथ ही सभी बीआरपी मास्टर ट्रैनर और पूरी टीम को बधाई दिया गया । इसी प्रकार कार्यक्रम में अध्यक्षता कर रहे संजीत बनर्जी उपाध्यक्ष जिला पंचायत मुंगेली के द्वारा खुशी जाहिर करते हुवे कहा कि मुंगेली जिला में तीनों विकासखंड के प्राचार्य व्याख्याता और प्रधान पाठकों का आज की इस एक दिवसीय प्रशिक्षण में उपस्थित होकर कहीं ना कहीं जो हमारे पढ़ने वाले जो दिव्यांग बच्चे हैं उनको किस प्रकार शाला स्तर पर उनकी शैक्षणिक गतिविधि को बेहतरीन कार्य योजना बनाया जा सके, 21 प्रकार के दिव्यांगों की पहचान कर उसको शासन की योजनाओं से कैसे जोड़े इस प्रशिक्षण में आप प्राप्त करे। मुझे विश्वास है कि आप अपने शाला स्तर पर उस बच्चों का चिन्हाकित कर उनको जो भी शासन की योजना है उससे जोड़ने का काम करेंगे ऐसा मुझे इस प्रशिक्षण में देखने को मिल रहा है। मुझे गर्व है कि ऐसा प्रशिक्षण कहीं न कहीं हमें जीवन में कुछ करने के लिए और जो दिव्यांग बच्चे हैं उनके लिए बहुत बड़ी पुण्य की कार्य है और सभी को बहुत बहुत बधाई दी। प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी अजय नाथ के द्वारा बताया गया कि उन्मुखीकरण प्रशिक्षण में जो मास्टर ट्रेनर्स के द्वारा क्षमता निर्माण कार्यक्रम और विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए उनकी कार्य योजनाओं को अपने अपने विकासखंड में किस प्रकार किया जाना चाहिए साथ ही दिव्यांग बच्चों की पहचान कैसे करना है, इन सारी बातों को विस्तार पूर्वक से बात रखें और कहा गया कि विकासखंड के तीनों बीआरपी के द्वारा आप लोगों को प्रशिक्षण देंगे उसको आत्मसात करेंगे और अपने- अपने शाला स्तर पर उसे अमल करेंगे , उन्होंने अमल करने की बात कही l कार्यक्रम को जिला मिशन समन्वयक वी पी सिंह के द्वारा भी इस कार्यशाला के संबंध में अपने विचार रखते हुए उपस्थित सभी प्रशिक्षण प्राप्त प्राचार्य, व्याख्याता, शिक्षक- शिक्षिकाओं एवं पालकों/ अभिभावकों को बधाई दिया। समावेशी शिक्षा में बच्चो को कैसे पहचाने ,समाज उस बच्चे के ऊपर दृष्टिकोण कैसे रखते है इस पर विचार रखे। इसी प्रकार जिला कार्यक्रम समन्वयक अशोक कश्यप के द्वारा अतिथियों के लिए स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया और स्वागत गीत के साथ-साथ उन्होंने भी सभी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं प्राचार्य, व्याख्याता और प्रधान पाठकों , पालकों को बधाई दियाl यह प्रशिक्षण है जो कहीं न कहीं सीखने और सिखाने की प्रक्रिया है और कहीं ना कहीं एक बुद्धिजीवी वर्ग है तो आप लोगों को प्रशिक्षण देने की आवश्यकता नहीं है आप लोगों की जो ज्ञान है उसको आदान प्रदान करने की यह कार्यशाला है l बीआरपी पथरिया प्रिया यादव, बीआरपी लोरमी रवि लहरे, बीआरपी मुंगेली, संजीव सक्सेना, मास्टर ट्रेनेरो द्वारा प्रशिक्षण दिया गया -जिसमें समावेशी शिक्षा की गतिविधियां दिव्यांग की चेक लिस्ट और दिव्यांग बच्चों से व्यवहार के तरीके के संबंध में बीआरपी पथरिया प्रिया यादव के द्वारा पूरी विस्तार पूर्वक प्रशिक्षण दिया गया । इसी प्रकार संजीव सक्सेना के द्वारा दिव्यांगता के प्रकार शासन से मिलने वाली छात्रवृत्ति के संबंध में पूरी विस्तार से अपने बात को प्रशिक्षण के रूप में रखें l बीआरपी रवि लहरे के द्वारा नई शिक्षा नीति एवं समावेशी शिक्षा की अवधारणा, नि:शक्तजन अधिकार अधिनियम 2016 दिव्यांग बच्चे को उनकी जीवन को बेहतर बनाने के लिए हम क्या कर सकते हैं ? साथ ही शिक्षकों का समन्वय दिव्यांग बच्चो की पालक से कैसी होनी चाहिए? पर पूरी विस्तार पूर्वक जानकारी दिया गया । प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन रवि लहरे बीआरपी लोरमी एवं आभार प्रदर्शन कार्यक्रम समन्वयक (समावेशी) मुंगेली द्वारा किया गया l

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