डीईओ का फरमान बना महिला शिक्षको के लिए जी का जंजाल, दिन मे स्कूल रात मे अतिरिक्त काम … हाय राम
![](/wp-content/uploads/2024/02/Picsart_24-02-16_11-32-17-848-780x470.jpg)
(दिलीप जगवानी) : बिलासपुर – भाजपा सरकार की महत्वाकांक्षी महतारी वंदन योजना पर काम जोर-जोर से चल रहा है. विवाहित महिलाएं ऑनलाइन तो ज्यादातर अलग-अलग स्थान पर लगाए शिविर में पहुंचकर आवेदन भरकर फार्म जमा कर रही है. अकेले बिलासपुर जिले में अब तक 20 हजार से ज्यादा फॉर्म जमा किया है. इस बीच जिला शिक्षा अधिकारी का एक फरमान आया है इसे सुनकर महिला शिक्षको के दिन का चैन और रातों की नींद उड़ गई है.
![](/wp-content/uploads/2024/02/image_editor_output_image-1829547916-1708063297926-300x292.jpg)
![](/wp-content/uploads/2024/02/IMG-20240216-WA0000-902x1024.jpg)
जमा फॉर्म को कंप्यूटर में अपलोड करने स्कूलों में पदस्थ लिपिक और महिला शिक्षकों की ड्यूटी लगाई है. हैरानी की बात यह है ज्यादातर शिक्षकों को कंप्यूटर का ज्ञान ही नहीं है. ऐसी स्थिति में फार्म अपलोड करने का कार्य वह कैसे कर सकती है यह डीईओ टी आर साहू ने जानना जरूरी नहीं समझा. हालात यह है कि यह फरमान महिला शिक्षकों के लिए जी का जंजाल बन गया है.
उनका कहना है दिन भर वह स्कूल में रहकर बच्चों को पढ़ा रहे हैं अगर शाम 5 बजे के बाद उनकी कंप्यूटर वर्क में ड्यूटी लगाई जाती है तो रात 9 बज जाएगा इस स्थिति में महिला शिक्षक बीमार पड़ जाएगी अभी स्कूलों में वार्षिक परीक्षाएं चल रही है इस समय उनसे अतिरिक्त काम लेना मतलब स्कूल का कामकाज डामाडोल होना तय है.