देश

CJI की कोर्ट पहुंची भरतपुर की बार, मांगी माफी तब कहीं जाकर पिघले चंद्रचूड़, जानिए क्यों दी थी जेल भेजने की धमकी

Advertisement

(शशि  कोन्हस्) : चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़
लीगल एड सर्विस के काम में टांग अड़ा रही भरतपुर की बार के होश तब ठिकाने आ गए जब सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने सभी को जेल भेजने की धमकी दी। अवमानना के मामले में आज बार के पदाधिकारी सीजेआई के सामने पेश हुए। सिर झुकाकर माफी मांगी तब कहीं जाकर चंद्रचूड़ का गुस्सा शांत हुआ। उन्होंने मामले को बंद करने का आदेश दिया। ये भी कहा कि आगे से ऐसी हिमाकत नहीं होनी चाहिए।

Advertisement
Advertisement

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ भरतपुर की बार एसोसिएशन के उस रवैये से खफा थे जिसमें वकीलों को लीगल एड सर्विस में काम करने से रोका गया था। बात पता चलते ही वो भड़क गए। उन्होंने कहा कि अगर बार ने प्रस्ताव वापस नहीं लिया तो वो सारे पदाधिकारियों को जेल भिजवा देंगे। सीजेआई ने बार के सभी पदाधिकारियों को व्यक्तिगत तौर पर सुप्रीम कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था। उनका कहना था कि ये आपराधिक अवमानना है।

Advertisement

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली बेंच एक ऐसी याचिका की सुनवाई कर रही थी, जिसे दायर करने वाले वकीलों का कहना था कि उनको नेशनल लीगल एड सर्विस अथॉरिटी के तहत लीगल एड डिफेंस सिस्टम में नियुक्त किया गया था। लेकिन भरतपुर की बार एसोसिएशन ने पहले उनको वहां पर जाने से रोका। वो नहीं माने तो उनको बार से सस्पेंड कर दिया गया।

Advertisement

लीगल एड से जुड़ने वाले वकीलों को बार ने किया था सस्पेंड
सीजेआई को बताया गया कि बार ने अगस्त 2022 में एक प्रस्ताव पास किया था। इसमें कहा गया था कि कोई भी वकील लीगल एड सर्विस से न जुड़े। जो वकील पहले से आवेदन करके लीगल एड से जुड़ चुके थे उनको वहां से त्यागपत्र देने के लिए कहा गया। मार्च 2023 में सीजेआई ने बार के उस फैसले पर रोक लगा दी थी जिसके तहत रिट दायर करने वाले वकीलों को सस्पेंड किया गया था। भरतपुर की बार शुरू से ही लीगल एड सर्विस का विरोध कर रही है। जब ये स्कीम शुरू की गई थी तब बार के पदाधिकारियों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था।

Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button