बिलासपुर

छ. ग. पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव निरीक्षण के लिए पहुँचे खूंटाघाट…

(विजय दानिकर) : बिलासपुर – छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष बनने के साथ ही अटल श्रीवास्तव लगातार प्रदेश के सभी पर्यटन केंद्रों में पहुंचकर वहां विकास की नई संभावनाओं की तलाश कर रहे हैं। एक तरफ जहां उनके द्वारा प्रदेश के दूरस्थ अंचलों में पर्यटन केंद्रों को लेकर केसरी योजना बनाई जा रही है तो वहीं उनके अपने ही क्षेत्र में मौजूद अचानकमार वन परीक्षेत्र समेत अन्य पर्यटन की संभावनाओं को भी तलाशा जा रहा है।

Advertisement

इसी कड़ी में गुरुवार को अटल श्रीवास्तव रतनपुर पहुंचे। उन्होंने यहां जगत प्रसिद्ध मां महामाया देवी के दर्शन किए। इसके बाद वे अंचल के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खुटाघाट बांध पहुंचे। कहते हैं इस जगह पर बांध बनने से पहले अंग्रेजो का अस्तबल हुआ करता था, जहां खूंटो से घोड़े बंधे रहते थे। बाद में यह डुबान क्षेत्र बन गया और फिर उन्ही खूंटो की वजह से इसका नाम खूंटाघाट बांध पड़ा। अंग्रेजों के जमाने में बना यह बांध क्षेत्र में अपने मनोहारी दृश्य के लिए प्रसिद्ध है। वर्ष भर यहां लोग बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। खासकर ठंड के दिनों में यहां पिकनिक मनाने आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ जाती है। इन दिनों यहां उलट यानी वेस्ट वियर होने से लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं, लेकिन यहां पर्यटकों को लुभाने के लिए कुछ खास नहीं है ना तो यहां कोई ढंग का रेस्टोरेंट है और न ही रेस्ट हाउस और कॉटेज और ना ही जलाशय में जलविहार के लिए नौकायान की व्यवस्था ही है। रेस्ट हाउस भी आसानी से पर्यटकों को उपलब्ध नहीं हो पाता। यहां मौजूद व्यवस्था की जानकारी लेने के बाद अटल श्रीवास्तव ने उम्मीद जताई कि आने वाले दिनों में यहां इस तरह की व्यवस्थाएं बनाई जाएगी जिससे कि यह अंचल का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन केंद्र बनकर सामने आए यहां मोटर वोटिंग के साथ पर्यटकों के लिए वह तमाम सुविधाएं जुटाई जाएंगी जो किसी भी पर्यटन केंद्र के लिए आवश्यक है। खुटाघाट बांध पहुंचे अटल श्रीवास्तव ने रेस्ट हाउस और टापू का भी निरीक्षण किया। पत्रकारों के साथ चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी मिलने के बाद लगातार उनकी कोशिश है कि छत्तीसगढ़ के सभी पर्यटन केंद्र विकसित हो और यहां भी पर्यटन उद्योग से लोगों को वृहद रूप से रोजगार उपलब्ध हो सके। उन्होंने दावा किया कि खुटाघाट में भी अपार संभावनाए है। यहां मौजूद उद्यान को संवारने के साथ नए संसाधन और सुविधाएं जुटाई जाएगी जिससे यहां वर्ष भर पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंचे।

Advertisement
Advertisement

Advertisement

Advertisement
Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button