बन गयी है, डिप्रेशन नापने की मशीन, अब मशीन बताएगी कि कौन कर सकता है सुसाइड….
(शशि कोन्हेर) : रांची – अब एक ऐसी मशीन बन गई है जो यह बता देगी कि कौन व्यक्ति सुसाइड कर सकता है. अमुक व्यक्ति का डिप्रेशन लेवल कितना है. रांची के सीआईपी और बीआईटी मेसरा के वैज्ञानिक पिछले 5 साल से इस प्रोडक्ट पर रिसर्च कर रहे थे. मशीन को भारत सरकार ने पेटेंट भी कर दिया है. केंद्रीय मनोचिकित्सा संस्थान सीआईपी और बीआईटी मेसरा के वैज्ञानिकों ने 5 साल के रिसर्च के बाद एक ऐसा डिवाइस बनाने में कामयाबी हासिल की है जो इंसान की डिप्रेशन लेवल को नाप कर खतरे का संकेत दे सकता है. अब तक डिप्रेशन को नापने का कोई यंत्र मौजूद नहीं था. सिर्फ विशेषज्ञ डॉक्टर ही अनुभव के आधार पर इस बात का आंकलन कर सकते थे. बीआईटी मेसरा की डॉ शालिनी महत्व और डॉक्टर संचिता पाल के साथ सीआईपी के डॉक्टर निशांत गोयल ने यह उपलब्धि हासिल की है।
डॉक्टर निशांत गोयल के मुताबिक इंसान के ब्रेन में 6 तरह के चेंबर होते हैं जिनमें मौजूद केमिकल के रिएक्शन और चेंज से मशीन के भाग लेती है कि मनुष्य के अंदर डिप्रेशन और टेंशन बढ़ रहा है. मशीन संकेत देता है और इंसान मेडिकल असिस्टेंट से डिप्रेशन का।