छत्तीसगढ़

अवैध कटाई जोरों पर वन वर्दी का पहरा नहीं

(मुन्ना पाण्डेय) : लखनपुर (सरगुजा) इन दिनों
वन परिक्षेत्र अन्तर्गत वन खंडों में अवैध कटाई जोरों पर है । जंगलों के सघनता सुन्दरता हरियाली को ग्रहण लगता जा रहा है। मदहोश वन वर्दी  को कटते जंगलों के सुध लेने की फुर्सत नहीं है। यदि बात की जाये  लखनपुर बेलदगी चांदो अलगा, घटाडुगु, सोयदा, झाल बहरा, चुराईल ढोढगा,लोसगा,  भुरकुडुवा ,घुईभवना कटिन्दा, चोडेया, तूरगा, तिरकेला ,देवभूडु बेदोपानी  खांचा कुंडा छिपनीपानी जंगलों से  साल शीशम,सागौन,खम्हार महुआ, तेंदू, सीधा, साजा, धवरा, जैसे प्रजापति के पेड़ों को काट कर जलावन बनाने ले जाया जा रहा है। 

इतना    ही   नहीं     क्षेत्रवासियों का कहना है कि वन अमला से सांठगांठ बना रात के अंधेरे में तस्करों द्वारा वेशकीमती इमारती लकड़ी चोरी कर ले जाया जा रहे है । ग्राम बंधा चारपारा के समीप आमापानी मुख्य मार्ग में   वनरक्षक निवास के उपर प्लांटेशन में सागौन पेड़ों की अंधाधुंध कटाई बदस्तूर जारी है। इतना ही नहीं छिपनीपानी  खांचा कुंडा जंगल जमीन पर अतिक्रमणकारियों द्वारा अवैध कब्जा करने के नजरिए से बेहिसाब पेड़ों की बलि दी जा रही है।

कुछ क्षेत्र वासियों ने बताया कि खांचाकुंडा जंगल में भूमिहीन लोगों को माननीय न्यायलय के आदेश पर तीन डिस्मील जमीन देने करार हुई थी परन्तु वहां निवासरत लोग मनमाने तरीके से पूरे जंगल को काट कर कब्जा कर रहे हैं दूसरे जंगलों में भी इसी तरह का नजारा है।  वन  विभाग अवैध कटाई तथा वन भूमि पर किये जा रहे कब्जा पर अंकुश लगाने में नाकामयाब रही है।
वनांचल क्षेत्र के सजग लोगों ने शासन प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराते हुए अवैध कटाई एवं जंगल जमीन पर हो रहे अतिक्रमण पर रोक लगाने की मांग किया है।

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button