पिछले साल रोड एक्सिडेंट में हर घंटे मारे गए 18 लोग, ओवरस्पीड रही सबसे बड़ी वजह
![](/wp-content/uploads/2022/12/image_editor_output_image1897423125-1672326077808.jpg)
(शशि कोन्हेर) : सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने हाल में एक डेटा जारी किया है जिसमें साल 2021 की सड़क दुर्घटनाओं में जान गंवाने वालों का आंकड़ा साझा किया गया है. इस आंकड़ से सामने आया है कि 2021 में हर घंटे 18 भारतीय नागरिकों ने अपनी जान गंवाई है. पिछले साल देश में कुल 1,55,622 लोगों ने जान गंवाई है जिसमें से करीब 60 फीसदी लोग तेज रफ्तार की वजह से मारे गए. वहीं चौंकाने वाला एक ये आंकड़ा भी सामने आया है कि 2021 में हुई सबसे ज्यादा दुर्घटनाओं में शामिल वाहन 5 साल से कम पुराने हैं.
तेज रफ्तार हैं नई गाड़ियां
जैसा कि हमने बताया दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाने वाले कुल 1,55,622 लोगों में 60 प्रतिशत लोग तेज रफ्तार के चलते मारे गए हैं. नए वाहन तेज रफ्तार हैं और निर्माता कंपनियां इनके साथ आज-कल खूब सारे सेफ्टी फीचर्स देने लगी हैं, यही वजह है कि आज के दौर में ड्राइवर ज्यादा लापरवाही से गाड़ी चलाते हैं और अपनी सेफ्टी पर जरूरत से ज्यादा विश्वास करने लगे हैं. इसके अलावा सरकार बीते कुछ सालों से जहां सड़क दुर्घटनाओं को कम करने का सपना देख रही है, वहीं पिछले साल रोड एक्सिडेंट में मौत का आंकड़ा काफी निराश करने वाला है.
नेशनल हाइवे पर हुए सबसे ज्यादा एक्सिडेंट
नेशनल हाइवे पर अब वाहन चालक बहुत लापरवाही बरतने लगे हैं और यही वजह है कि कुल दुर्घटनाओं में से 1,28,825 मामले नेशनल हाइवे के हैं. इनमें से भी ओवरस्पीड यानी तेज रफ्तार के चक्कर में कुल 95,785 एक्सिडेंट दर्ज किए गए हैं. 2021 में यहां कुल 56,007 लोगों की जान गई जिसमें से 40,450 को तेज रफ्तार ने लील लिया. बता दें कि दुर्घटनाओं का चौथा सबसे बड़ा कारण शराब पीकर गाड़ी चलान था जहां कुल आंकड़े का 2.2 फीसदी योगदार रहा है.