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भरी मीटिंग से खींचकर निकाले गए चीनी रक्षा मंत्री, जिनपिंग के करीबी मंत्री के साथ इतना बुरा सलूक क्यों

(शशि कोन्हेर) : पड़ोसी देश चीन में इन दिनों सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। आसमान छूती बेरोजगारी दर और आर्थिक संकट की आशंकाओं के बीच सियासी गलियारों में भी उठापटक चल रहा है। विदेश मंत्री किन गांग के लापता होने के बाद अब चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू पिछले दो सप्ताह से गायब हैं।

एक शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने चीन के रक्षा मंत्री की गैर मौजूदगी  पर सवाल उठाया है। इससे चीन में संभावित भ्रष्टाचार के खात्मे के बीच रक्षा मंत्री को पद से हटाए जाने की अटकलें तेज हैं।

दो सप्ताह पहले दिखे थे पब्लिकली
जनरल ली करीब दो सप्ताह से न तो सार्वजनिक तौर पर देखे गए हैं और न ही वह अपने मंत्रालयों की बैठकों में कथित तौर  शामिल हुए हैं।  वह 29 अगस्त को आखिरी बार दिखे थे।

जापान में अमेरिकी दूत रैहम इमैनुअल ने ली की अनुपस्थिति पर अटकलें लगाते हुए ट्वीट किया कि चीनी सरकार में “बेरोजगारी दर” बहुत अधिक है। ली का अचानक लापता होना, हाल में कई शीर्ष सैन्य अधिकारियों की बर्खास्तगी के बाद का कदम है।

पद से हटाए जाने की चर्चा
दूसरी तरफ अमेरिका और चीन के सूत्रों का हवाला देते हुए द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने शुक्रवार को खबर दी कि ली को उनके पद से हटा दिया गया है। एक्स पर एक पोस्ट में रैहम इमैनुअल ने लिखा कि पहले विदेश मंत्री किन गांग लापता हो गए। इसके बाद रॉकेट फोर्स कमांडर और अब रक्षा मंत्री ली शांगफू दो हफ्तों से लापता हैं। बेरोजगारी की इस दौड़ को कौन जीतना चाहता है? चीन का युवा या फिर जिनपिंग कैबिनेट?

मीटिंग से घसीट कर निकाले जाने का दावा
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, वियतनामी अधिकारियों के हवाले से समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने कहा है कि गायब होने से पहले चीनी रक्षा मंत्री ली को एक मीटिंग से जबरन खींचकर निकाला गया था, जब वो वियतनामी रक्षा मंत्रालय के नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे। हालांकि, वियतनामी नेता को तब बताया गया था कि स्वास्थ्य कारणों से ली को जबरन मीटिंग से निकाला गया था।

विदेश मंत्री किन के लापता होने को अब तीन महीने होने को हैं। उनकी गैर मौजूदगी को भी स्वास्थ्य कारणों से जोड़कर देखा गया था। इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में व्यापक पैमाने पर चीन में इसे व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार  और उसके उन्मूलन की कार्रवाई से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि रक्षा विभाग में भ्रष्टाचार की वजह से ही रक्षा मंत्री ली को पद से हटा दिया गया है।

ली का विवादों से पुराना नाता
बता दें कि जनरल ली का विवादों से पुराना नाता रहा है। 2018 में, जब उन्होंने सेना की इक्वीपमेंट परचेज विंग संभाला था, तब उन्होंने रूसी लड़ाकू विमान और हथियारों की खरीद की थी। इससे नाराज अमेरिका ने ली पर प्रतिबंध लगा दिया था। इन प्रतिबंधों को जनरल ली एक बाधा मान रहे थे। इसी वजह से इस साल की शुरुआत में सिंगापुर रक्षा शिखर सम्मेलन में ली ने अमेरिकी समकक्ष लॉयड ऑस्टिन से मिलने से इनकार कर दिया था।

भ्रष्टाचार शी जिनपिंग की साख पर बट्टा
पर्यवेक्षकों का कहना है कि जनरल ली का गायब होना एक बार फिर चीनी राजनीतिक नेतृत्व की अस्पष्टता को दर्शाता है। साथ ही  राष्ट्रपति शी जिनपिंग के कुछ निर्णयों की अस्थिरता को भी रेखांकित करता है। एशिया सोसाइटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट के चीनी राजनीति मामलों के विशेषज्ञ नील थॉमस कहते हैं, “उच्च पदों पर आसीन लोगों का गायब होना और संभावित भ्रष्टाचार की जांच शी जिनपिंग के लिए अच्छी खबर नहीं है क्योंकि इन मंत्रियों की नियुक्ति उन्होंने ही की है।”

बता दें कि विदेश मंत्री किन की तरह रक्षा मंत्री ली भी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के करीबी माने जाते हैं। ली एक एयरोस्पेस इंजीनियर रहे हैं, जिन्होंने एक उपग्रह और रॉकेट लॉन्च सेंटर से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद जनरल ली ने चीनी सेना और चीन के राजनीतिक गलियारों से होते हुए इस मुकाम को हासिल किया है।

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