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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुस्सा क्यों आया, पार्टी बैठक में पहले जिन पर भड़के बाद में मांगी माफी

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(शशि कोन्हेर) :;मामला राजस्थान के कांग्रेस वार्ड रूम में चुनावी तैयारी को लेकर हुई पॉलिटिकल कमेटी की बैठक का है। इस बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी विशेष रूप से मौजूद थे। दरअसल जिन नेताओं को दिल्ली से कांग्रेसी आलाकमान ने पॉलिटिकल अफेयर कमेटी में रखा है। उनकी नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भड़के हुए हैं। और इसीलिए उन्होंने पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक में अपने ही पार्टी के सांसदों विधायकों और मंत्रियों पर जमकर गुस्सा निकाला। पढ़िए पूरी खबर

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राजस्थान पॉलिटिकल कमेटी की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गुस्से की खबर की चर्चा पूरे राजस्थान में हो रही है. शुक्रवार को संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल जयपुर के कांग्रेस के वार रूम में चुनावी तैयारियों को लेकर बैठक लेने आए थे, मगर जिन नेताओं को पॉलिटिकल अफेयर कमेटी में रखा गया है, उनमें से अधिकतर की सीएम गहलोत ने जमकर ली. कुछ नेताओं पर उनके ओबीसी आरक्षण को लेकर दिए बयान को लेकर बरसे तो कुछ के टिकट को लेकर और मीडिया में दिए बयानों को लेकर उनकी खाट खड़ी कर दी.

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सीएम ने जिन नेताओं की क्लास लगाई है, उनमें पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, प्रताप सिंह खाचारियावास, रघु शर्मा, सुखराम विश्नोई और निरज डांगी शामिल हैं. हालांकि बाद में केसी वेणुगोपाल ने सीएम भावुक हो गए थे. एक तरफ जहां राजस्थान की राजनीति में सीएम के गुस्से की चर्चा हो रही है तो दूसरी ओर ये सवाल भी चर्चा का विषय है कि आखिर इस मीटिंग में सीएम इतने गुस्से में क्यों आए थे.

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मीटिंग में सीएम ने सबसे पहले पूर्व सासंद और सीडब्लूसी मेंबर रघुवीर मीणा की क्लास लगाई. मीणा ने कहा था कि आदिवासी दिवस पर ओबीसी आरक्षण वाली बात ठीक नहीं रही. इतना सुनते ही सीएम ने कहा कि ‘राजनीतिक समझ की तुम्हारी औकात क्या है? सलूम्बर को जिला बना दिया. तीन कमेंट ट्विटर पर पढ़कर डरजाते हो.’

वहीं, खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचारियावास से मुखातिब होते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि ‘बोलने की समझ नहीं है, फ़ाउल खेलते हो. मेरी चलती तो रास्ता दिखा देता. सीएम के गुस्से का शिकार राज्यसभा सांसद नीरज डांगी भी बने. गहलोत ने उन्हें कहा कि ‘तीन बार टिकट दिया, हार गया तो राज्यसभा में भेजा, फिर टिकट के लिए घूम रहे हो शर्म नहीं आती.’ वहीं, रघु शर्मा को फटकारते हुए सीएम बोल पड़े, ‘जातीय जनगणना की बात करते हो, राहुल गांधी से बात क्यों नहीं करते, केकड़ी को जिला बना दिया तो हालत सुधरी है. फिर भी खुश नहीं रहते.’ इसी तरह श्रम मंत्री, सुखराम विश्नोई से कहा कि ‘मुख्यमंत्री ने कहा आप चुनाव हार रहे थे, वो तो जिला बना दिया तो स्थिति सुधरी है.

OBC के कुछ जातियों के आरक्षण बढ़ाने को लेकर विवाद पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ‘आप लोगों की पॉलिटिकल समझ तो है नहीं, अभी दो महीने का वक्त ,है चुनाव आचार संहिता में जो आरक्षण मिलने जा रहा है. मगर बहुत सारी OBC जातियां BJP के वोट बैंक हैं, जिन्हें कांग्रेस की तरफ लाना जरूरी है, हमने एक मैसेज देने की कोशिश की है.’ उधर, सीएम के गुस्से को देखते हुए, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री जी, आपको इनसे प्रेम से बात करनी चाहिए, बाद में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भावुक हो गए थे. तब जाकर सीएम गहलोत ने मंत्रियों-सांसदों और विधायकों से माफी भी माँगी.

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