छत्तीसगढ़

अमेरिका के शिकागो में क्यों गूंजा छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया..?

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रायपुर के घड़ी चौक की घड़ी और आइ लव रायपुर की झांकी बनी आकर्षण का केंद्र…

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(शशि कोन्हेर) : रायपुर – नाचा (नार्थ अमेरिका अमेरिका छत्तीसगढ़ असोसिएशन) ने अमेरिका में भारत दिवस परेड में छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व किया। राष्ट्रध्वज तिरंगे के साथ छत्तीसगढिय़ा सबले बढिय़ा की गूंज से अमेरिका में माहौल छत्तीसगढ़मय हो गया। शिकागो के इस रोड शो में छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति को दर्शाते लोकगीत लाली परसा बन म फुले, मउंहा झरे रे मउंहा झरे रे भी गूंजे, जिसे सुनकर अमरीकी नागरिक भी मंत्रमुग्ध हो गए।

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75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अमेरिका से सांस्कृतिक संदेश पूरी दुनिया में भारत की विशाल और अद्भुत परम्परा का साक्षी बन रहा है। इसी क्रम में इंडियन कम्युनिटी आउटरीच (आइसीओ) के तत्वावधान में आयोजित सबसे बड़ी भारत दिवस परेड 2021 में नाचा ने छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया है। शिकागो में भारतीय समुदाय की ओर से अपने-अपने राज्य और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित की गई। अलग अलग राज्यों की झाकियां आकर्षण का केंद्र बिंदु थी।नाचा के सदस्य भले ही सात समंदर पार रह रहे है लेकिन दिल बिल्कुल अपने मातृभूमि के लिए धड़कता है। नाचा की महिलाएं पारम्परिक वेशभूषा में संस्कृति को सहेजने की सन्देश पूरी दुनिया को दे रही है। गले मे कटली मोहर, कान में खुटी, हाथ और भुजा में नागमोरी बहुटा पहुची और कलाई में आईठी चुरिया, माथे पर बिंदी लगाकर छत्तीसगढ़ महतारी के प्रति अपनी अपार श्रद्धा व प्रेम व्यक्त करती दिखाई दीं। इस दौरान छत्तीसगढ़ी लोकगीत मउंहा झरे रे मउंहा झरे रे..डोंगरी के तीर,लगे हे साल छींद, लाली परसा बन म फुले, मउंहा झरे रे मउंहा झरे रे, सुनकर सभी लोक नृत्य करते हुए अपनी सांस्कृतिक परंपरा के संवाहक बने थे।

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