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बेहद दुखद-बेटे ने मां बाप और बहन को कुल्हाड़ी से काट डाला….

(शशि कोन्हेर) : आजमगढ़ में कप्तानगंज के धनधारी गांव रविवार तड़के तीन बजे डांट-फटकार से नाराज बेटे ने पिता, मां और बहन को दौड़ा-दौड़ाकर कुल्हाड़ी से काट डाला। पिता का शव बरामदे में, मां का शव दरवाजे पर और बहन का शव बगल के खेत में मिला। इससे आशंका है कि बेटे ने पहले पिता को मारा होगा, बचाने आ रही मां को दरवाजे पर मार डाला। फिर बहन दौड़ी होगी तो उसे दौड़ाते हुए खेत में ले जाकर मार डाला। वारदात के बाद आरोपी बेटा मौके से फरार हो गया।

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सुबह गांव वाले घूमने निकले, तो देखा कि तीनों का शव पड़ा है। तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही आईजी अखिलेश कुमार, एसपी अनुराग आर्य कई थानों की फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।

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पड़ोसियों का कहना है कि आरोपी युवक का नाम राजन सिंह (20) है। उसने शनिवार को घर से एक बोरी गेहूं चोरी कर लिया था। जब इसकी जानकारी उसके पिता भानु प्रताप सिंह (48) और मां सुनीता देवी (45) को हुई, तो उन्होंने राजन को फटकार लगाई। इससे नाराज होकर राजन ने वारदात को अंजाम दिया।

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घटना के बारे में पड़ोसी अनुराग सिंह ने बताया कि अपने परिजनों से नाराज युवक ने तड़के तीन बजे बरामदे में तखत पर सो रहे पिता के सिर और गर्दन पर कुल्हाड़ी से हमला किया। इसके बाद मां जाग गई। मां जाग कर दरवाजे पर जैसे आई होगी, बेटे ने उसके सिर और गर्दन पर कुल्हाड़ी से हमला किया। मां की भी मौत हो गई। मां-पिता की चीख पुकार सुनकर बहन दौड़ी तो उस पर भी हमला कर दिया। पिता का शव बरामदे में तखत पर और मां का शव दरवाजे के सामने पड़ा था। जबकि बहन का शव पास के बाजरे के खेत में मिला। तीनों लोगों ने मरने से पहले काफी संघर्ष किया।

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SP अनुराग आर्य ने बताया कि घटना में भानु प्रताप और उनकी पत्नी सुनीता देवी और बेटी राशि सिंह (12) की मौत हुई है। भानु प्रताप की एक बेटी रानी सिंह (15) वारदात के वक्त मौजूद नहीं थी। वह अपने बड़े पापा के यहां गई थी। इसलिए वह बच गई। भानु प्रताप गांव में ही रहकर खेती-बाड़ी करते थे। घटना की जांच की जा रही है। मौके पर डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम जुटी हैं।

SP ने बताया कि घटना को लेकर गांव के लोगों से बात की गई तो तरह-तरह की चर्चाएं सामने आ रही हैं। ऐसे में वारदात के खुलासे के लिए एसपी ग्रामीण के नेतृत्व में दो टीमों का गठन किया गया है। इसके साथ ही फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए सर्विलांस, एसओजी दो सीओ सहित तीन टीमों का गठन किया गया है। बहुत जल्द ही फरार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

गांव के प्रधान अमरनाथ सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी होने के बाद जब पड़ोसी भानु प्रताप के घर पहुंचे तो तीनों का खून से सना शव अलग-अलग पड़ा था। अब परिवार में सिर्फ बेटी रानी सिंह बची है जो कि राजन सिंह की बहन है। वह आजमगढ़ शहर में अपने बड़े पिता के यहां शादी की तैयारियां देखने गई थी। घटना की जानकारी मिलते ही घर पहुंची बहन रो-रोकर बेहाल है। मृतक भानु प्रताप के दो और भाई उदय भान सिंह, भूपत सिंह हैं।


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