महापौर के नेतृत्व में कांग्रेस पार्षद सहित महिला कांग्रेस पदाधिकारी मुख्यमंत्री निवास में आयोजित तीजा महोत्सव में शामिल
(उदय मिश्रा) : राजनांदगांव – मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री निवास रायपुर में आज तीजा महोत्सव आयोजित किया गया। जिसमें प्रदेश के महिला कांग्रेस पदाधिकारी शामिल हुये। तीजा महोत्सव में मुख्यमंत्री बघेल भगवान शिव, नादिया बैला और जाता पोरा की पूजा अर्चना किये और उपस्थित सभी माताओं व बहनों को तीजा व पोला पर्व की बधाई व शुभकामनाएं दिये। तीज महोत्सव में महापौर हेमा देशमुख शमिल होकर तीज महोत्सव की मुख्यमंत्री सहित उपस्थितजनों को बधाई दी और तीज के पावन अवसर पर महिला स्व सहायता समूहो का 12.77 करोड रूपये का ऋण माफ करने की घोषणा पर मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त किया।
तीजा महोत्सव मेें महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख सहित पार्षदगण दुलारी बाई साहू, पूर्णिमा नांगदेवे, नामांकित पार्षद प्रतिमा बंजारे के अलावा प्रदेश महिला कांग्रेस सचिव कुसुम दुबे, खेरू नीशा, महामंत्री अंशुका बहेकर, शहर प्रवक्ता निखत परवीन सहित रश्मि चौधरी, रीना पटेल तथा राजनांदगांव महिला कांग्रेस की पदाधिकारी शामिल होकर तीजा महोत्सव का आनंद लिये एवं उपस्थित मंत्रियों, सांसदों, पदाधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें तीजा पर्व की बधाई दिये।
महापौर देशमुख ने तीजा महोत्सव आयोजन के लिये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि तीजा व पोला छत्तीसगढ के प्रमुख त्यौहारोें में से एक है जहाँ पोला में बैल की पूजा कर किसान उन्नत फसल की कामना करते है। वही तीजा में महिलाएं उपवास रहकर पति के उम्र की दीर्घायु की कामना करती है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा इस त्यौहार के पूर्व आपने निवास में महोत्सव का आयोजन कर सभी महिलाओं को जोडने का कार्य किये है। यहॉ महिलाए पारंपरिक वेशभूषा में उपस्थित होकर महोत्सव में आनंद व मजा ले रहे है। वही छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का लुप्त उठा रहे है। मुख्यमंत्री ने सभी महिलाओें को साड़ी भी उपहार स्वरूप दिये है। मंख्यमंत्री ने तीजा के दिन अवकाश घोषित कर नौकरी करने वाली महिलाओं को भी सुविधा प्रदान किये है। उन्होंने इस पारंपरिक पर्व को उत्साह से मनाने पर मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त किया है।
तीज महोत्सव मे राजनांदगांव की महापौर हेमा देशमुख को पारंपरिक खेलों का प्रभारी बनाया गया था जिसमें महापौर ने चम्मच दौड़, जलेबी दौड़, मटकी दौड़ आदि प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक संचालन किया। उन्होंने इस पावन अवसर पर छत्तीसढ़ की महिला स्व सहायता समूहों का 12.77 करोड रूपये का ऋण माफ कर बहनों को आर्थिक संबल प्रदान किया है। इसके लिये मैं उनका हृदय से आभार व्यक्त किया।