गणेश चतुर्थी पर खुटाघाट में लगा पारंपरिक मेला, पर्यटकों से रहा गुलजार….
(विजय दानिकर) : बिलासपुर – रतनपुर की सुंदरता में चार चांद लगा देने वाला प्रकृति की गोद मे हरियाली की सुंदर कलम से रंग भरा खारंग जलाशय खुटाघाट में गणेश चतुर्थी के अवसर में वर्षों पुराना पारंपरिक मेले की धूम मची रही, जहां आज हज्जारो की संख्या में सैलानी सुबह से शाम तक डटे रहे।
बिलासपुर जिला मुख्यालय से महज 25 किलोमीटर की दूरी में स्थित खारंग जलाशय खूंटाघाट बांध में हरितालिका तीज के दूसरे दिन आज गणेश चतुर्थी के अवसर में प्रकृति की हसीन वादियों में पारंपरिक मेले का खूबसूरत नजारा देखने को मिला, जिसमे आसपास के ग्रामीण अंचल तथा स्थानीय और बाहर से आये हुए पर्यटकों की भीड़ जिसके चलते बांध के रास्ते पर चलने की जगह कम पड़ गई थी, चूंकि विगत वर्ष कोरोना महामारी के चलते लोगों में दहशत का माहौल था किंतु इस वर्ष कोरोना महामारी का दहशत भुलाकर भीड़ ने कोरोना वायरस को न्योता देने में कोई कसर नही छोड़ी,जहां एक तरफ इस भीड़ के चलते खूंटाघाट के पास कोरबा-बिलासपुर मार्ग में घंटों जाम लगा रहा वही दूसरी ओर नगर के साथ-साथ आसपास ग्रामीण अंचल से हजारों की संख्या में लोगों ने इस बांध पर पहुंच कर जमकर पिकनिक मनाई और सैर-सपाटा किया तथा प्रकृति के अद्भुत नजारे का आनंद लिया तथा विभिन्न स्थानों पर परिवार व महिलाओं व बच्चों की टोली समूहों में बैठकर पारंपरिक पकवान खुरमी, ठेठरी का लुत्फ उठाते नजर आए, खासकर महिलाओं तथा बच्चों में यहां खासा उत्साह नजर आया,लेकिन यहां पर पहुंचे हजारों की संख्या में लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाना भूल गए जबकि रतनपुर क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के मरीजों से अछूता नही रहा है वही विशेषज्ञों की माने तो सितम्बर अक्टूबर माह में यह महामारी बड़ी तेजी से फैलने की आशंका जताई जा रही है। जिसमे शायद इस तरह की इकट्ठी भीड़ ही कोरोना महामारी संकट के रूप में सामने आ सकता है अब देखना यह है कि इसका आगामी परिणाम क्या आता है।