लखीमपुर खीरी मामले में देश की सर्वोच्च न्यायालय करेगी सुनवाई, सुप्रीम कोर्ट ने स्वयं लिया संज्ञान
(शशि कोन्हेर) : नई दिल्ली – उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद से पीड़ितों के लिए लगातार न्याय की मांग उठ रही है। सुप्रीम कोर्ट ने मामले में स्वत: संज्ञान लिया है। गुरुवार को इस पर सुनवाई होगी। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के नेतृत्व में तीन जजों की बेंच मामले पर सुनवाई करेगी। यूपी सरकार ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है, हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। एफआईआर में केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा का नाम है। उस पर अपने वाहन से भीड़ को कुचलने का आरोप है। हालांकि केंद्रीय मंत्री ने आरोपों से इनकार किया है और कहा कि वाहन उनका ही है, पर इसमें बेटे की कोई भूमिका नहीं है। उस वक्त वह दूसरे कार्यक्रम में था। लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में चार किसानों सहित 9 लोगों की जान गई है। इस बीच पंजाब और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों ने उन किसानों और पत्रकार के परिवार को 50-50 लाख रुपए देने का ऐलान किया है, जिनकी मौत हुई है। लखीमपुर हिंसा को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। आज सबसे पहले राहुल गांधी ने बीजेपी और यूपी सरकार के खिलाफ हमला बोला तो यूपी सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह भी राहुल गांधी के खिलाफ खुलकर सामने आ गए। वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी बीजेपी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने पूछा कि लखीमपुर में क्या छिपाया जा रहा है। अभी तक हत्यारों को गिरफ्तार क्यों नहीं किया है? आखिर क्या मजबूरी है? उन्हें क्यों बचाया जा रहा है? इतनी भीड़ के सामने कोई इतने लोगों को कुचलते हुए निकल जाए और पूरा सिस्टम उस हत्यारे को बचाने में लग जाए, ऐसा तो फिल्मों में हम देखा करते थे।