स्कूल बना गोदाम, नौनिहालों को पढ़ाई से दूर करने पर परिजनों में गुस्सा….
(दिलीप जगवानी) : बिलासपुर – तिलकनगर स्कूल शिक्षा विभाग का गोदाम बनकर रह गया है। प्राथमिक स्तर के बच्चों की ऑफ लाइन क्लास नही लग रही क्योकि उनके बैठने वाले कमरों में यूनिफॉर्म और कागजों से भरे बंडल रखे हैं। बिल्हा बीईओ की उनके अधिकारी नही सुन रहे हैं।
शिक्षा के मंदिर का दुरुपयोग कर शिक्षा विभाग नौनिहालों से यहाँ पढ़ने का अवसर छीन रहा है। तिलकनगर शासकीय प्राथमिक अंग्रेजी स्कूल के सभी 5 कमरों का पढ़ाई को छोड़कर दूसरा उपयोग किया जा रहा है। इस स्थिति में शाला प्रबंधन छोटे बच्चों की क्लास नही लगाकर ऑनलाइन पढ़ा रहा है। शिक्षा विभाग ने कागजों के बंडल और यूनिफॉर्म के बक्सों से कमरों को भर दिया है। देखकर लगता है यह कोई गोदाम है। शिक्षा को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासो में तेजी आई है वही जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी बच्चों और शिक्षा के मंदिर के बीच दूरी बना रहे हैं। कई महीनों से कमरे खाली कर कक्षा लगाते शाला प्रबंधन समिति के पदाधिकारी आखिरकार डीईओ कार्यालय पहुचे। लेकिन उन्हें वहां कोई जिम्मेदार अधिकारी नही मिला तो वे आवेदन जमा कर लौट गए।
कक्षा 1 से 5 तक 150 बच्चों को बिठाने एक भी कमरा खाली नही है। इसी तरह एक कमरा मध्याहन भोजन पकाने और एक कमरे में कई स्कूलों से निकला लैब का सामान डंप है। स्कूल की ऊपरी मंजिल पर बीईओ कार्यालय है। उनसे समिति के सदस्य परिजन व्यवस्था बनाने कई बार कह चुके लेकिन उच्च अधिकारी उनकी नही सुनते कहकर वो पल्ला झाड़ लेते है। बीईओ रघुवीर सिंह राठौर कई बार तो संकुल समन्वयक को जिम्मेदार ठहराकर ड्यूटी से बचते हैं। उधर परिजनों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है।