SKS इस्पात के श्रमिकों का बवाल, मजदूरों ने फूंकी पुलिस बस….
रायपुर – श्रमिक जब गाड़ी को आग लगा रहे थे पुलिस ने भीड़ के गुस्से को देखते हुए कोई विरोध नहीं किया।
रायपुर से लगे धरसींवा इलाके में श्रमिकों का गुट पुलिस पर भड़क गया। जवानों के साथ झूमाझटकी की गई। बड़ी संख्या में मजदूरों ने बवाल किया। हंगामा इस कदर बढ़ा कि श्रमिकों ने पुलिसकर्मियों की बस जला दी। पूरा मामला SKS इस्पात कंपनी से जुड़ा है। यहां काम करने वाले श्रमिक वेतन, सुरक्षा उपकरण दिए जाने, बीमा वगैरह के मसले पर पिछले कुछ दिनों से काम बंदकर आंदोलन कर रहे हैं।
मांग पूरी न होती देख गुरुवार को बड़ी संख्या में श्रमिकों ने बवाल कर दिया। नारेबाजी करते हुए कंपनी के कैंपस में घुस आए। कंपनी की तरफ से पुलिस को खबर दी गई। सिलतरा इलाके की पुलिस चौकी से जवानों की क्विक रिस्पॉन्स टीम बस में सवार होकर आई। मजदूर इस बात से नाराज हो गए कि कंपनी हमारी बात नहीं सुन रही और पुलिस बुलाकर हमारे आंदोलन को दबाना चाहती है। कुछ मजदूरों की पुलिस जवानों के साथ झड़प हो गई। जवानों ने भी धक्का मुक्की शुरू कर दी। झगड़ा और बढ़ गया। कुछ मजदरों ने पुलिस की बस को ही आग के हवाले कर दिया। रायपुर से फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और बस में लगी आग को बुझाया गया। इससे पहले कभी रायपुर में श्रमिकों ने इस तरह से हिंसक प्रदर्शन नहीं किया।
अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक कुछ महीने पहले भी श्रमिकों ने काम बंद कर हड़ताल की थी। मांग वही थी वेतन वृद्धि, तब कंपनी के अफसरों ने जल्द ही मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया था। मगर, बात नहीं बनी इसलिए कर्मचारियों का आक्रोश फिर से भड़क गया। बुधवार की सुबह से ही एसकेएस इस्पात में कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर गेट के सामने धरना दे रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि 14 जुलाई को की गई हड़ताल में उन्होंने अपनी जायज मांगों को उठाया था।
तब तहसीलदार के सामने फैक्ट्री प्रबंधन ने मांगों को मानते हुए उन्हें मांगे पूरा करने का आश्वासन दिया था। उस वक्त हड़ताल खत्म की गई थी, लेकिन अब तक उनकी बात नहीं मानी गई। अब रायपुर से अतिरिक्त पुलिस बल धरसींवा-सिलतरा इलाके में भेजा जा रहा है। जिला प्रशासन के अफसर भी श्रमिकों को मनाने की कोशिश में हैं। कंपनी के गेट के बाहर अब भी हालात तनाव पूर्ण हैं। पुलिस इस हिंसक झड़प के कारण कुछ श्रमिकों पर केस भी दर्ज कर सकती है।