छत्तीसगढ़

कॉल आया और वीडियो चलने लगा विधानसभा में पोर्न देखने वाले BJP विधायक की सफाई

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(शशि कोन्हेर) : त्रिपुरा विधानसभा में कथित तौर पर अपने मोबाइल फोन में अश्लील वीडियो देखने के आरोपी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक जदब लाल नाथ ने सफाई दी है। उन्होंने इस बात से इनकार किया है कि वे जानबूझकर पोर्न देख रहे थे।

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विधायक ने कहा कि वीडियो अपने आप चल रहा था। यह घटना बुधवार को बजट सत्र के आखिरी दिन विधानसभा की कार्यवाही के दौरान हुई। अश्लील वीडियो देखते हुए विधायक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। विपक्ष कार्रवाई की मांग कर रहा है।

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एएनआई से बात करते हुए, भाजपा विधायक ने कहा, “मुझे नहीं पता कि यह कैसे हुआ। मैं पोर्न वीडियो नहीं देख रहा था। मुझे अचानक एक कॉल आया और जब मैंने इसे देखने के लिए फोन खोला तो वीडियो चलने लगा।

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मैंने वीडियो को बंद करने की कोशिश की लेकिन इसे बंद करने में समय लग गया।” भाजपा विधायक ने कहा, “मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष जो भी फैसला लेंगे, मैं उसे स्वीकार करूंगा। मैंने जानबूझकर वीडियो नहीं चलाया।”

उत्तरी त्रिपुरा जिले के बागबासा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक नाथ ने दावा किया कि कॉल आते ही उनके फोन पर अश्लील वीडियो दिखने लगे। उन्होंने “मैं अच्छी तरह जानता हूं कि सदन में मोबाइल फोन का इस्तेमाल प्रतिबंधित है।

बार-बार फोन आ रहे थे, मैंने फोन उठाया तो अश्लील वीडियो दिखने लगे। फिर मैंने इसे बंद कर दिया।” नाथ ने कहा कि उन्होंने इस मामले पर भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष राजीब भट्टाचार्य से बात की है, जिन्होंने उन्हें “प्रतीक्षा” करने के लिए कहा है।

कांग्रेस ने कहा कि यह शर्मनाक घटना है और नाथ को इसके लिए दंडित किया जाना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वीरजीत सिन्हा ने कहा, “इस घटना ने सभी विधायकों की छवि धूमिल की है।

इस व्यक्ति को उचित दंड मिलना चाहिए। विधानसभा में मोबाइल फोन का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित है, वह अश्लीलता वीडियो कैसे देख सकते हैं?” नेता प्रतिपक्ष अनिमेष देबबर्मा ने भी नाथ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने पत्रकारों से कहा, “विधानसभा अध्यक्ष को इस तरह के कृत्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।”

विधानसभा अध्यक्ष विश्वबंधु सेन ने कहा कि उन्हें अभी इस मुद्दे पर कोई शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने कहा, “मुझे कोई शिकायत नहीं मिली है। मैं सोशल मीडिया पोस्ट के आधार पर कार्रवाई नहीं कर सकता। अगर कोई शिकायत दर्ज की जाती है, तो मैं जांच शुरू करूंगा और उचित कार्रवाई करूंगा।” इससे पहले, वर्ष 2012 में कर्नाटक में भाजपा के तीन मंत्री लक्ष्मण सावदी, सीसी पाटिल और कृष्णा पालेमर विधानसभा में कथित तौर पर अश्लील वीडियो देखते पाए गए थे।

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