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मुरैना में हुए हत्याकांड के पीछे “पुष्पा”.. बेटी के हाथ में दी बंदूक, और बताया..किसे किसे मारना है..?

(शशि कोन्हेर) : मध्य प्रदेश के मुरैना में एक जमीन विवाद में हुए हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। मुरैना के लेपा गांव में एक परिवार के 6 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्याकांड की मास्टरमाइंड बताई जा रही महिला पुष्पा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उस पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। घटना के बाद सामने आए वीडियो में दिख रहा है कि पुष्पा हाथ में बंदूक लिए बेटे को बताती है कि किस किस को गोली मारनी है।

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पुलिस ने इस मामले में 9 लोगों को आरोपी बनाया है, जिनमें से दो को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने सभी आरोपियों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। जो आरोपी गिरफ्त में नहीं आए हैं उन पर इनामी राशि बढ़ाने की तैयारी है। एडिशनल एसपी राय सिंह नरवरिया ने बताया कि आरोपी महिला पुष्पा को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य की तलाश की जा रही है। 2013 में एक जमीन के टुकड़े को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। पुष्पा के परिवार के दो लोगों की हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप गजेंद्र सिंह के परिवार पर लगा था। इसके बाद गजेंद्र सिंह के परिवार ने गांव छोड़ दिया और सभी अहमदाबाद में रहने लगे थे।

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अब दोनों पक्षों में समझौते के बाद गजेंद्र सिंह का परिवार 10 साल बाद गांव लौटा था। गांव आते ही पुष्पा ने अपने बेटे और अन्य लोगों के साथ हमला कर दिया। इसमें गजेंद्र सिंह (55), संजू (40), सत्यप्रकाश (35), लेस कुमारी (46), बबली तोमर (उम्र ज्ञात नहीं) और मधु कुमारी (36) की जान चली गई थी। हमले में अपने पति, दो बेटों और तीन बहुओ को खोने वाली कुसुमा तोमर ने पत्रकारों को बताया कि उनके परिवार का आरोपियों से 2013 में सरकारी जमीन के एक टुकड़े को लेकर विवाद हुआ था।

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उन्होंने कहा कि आरोपियों के परिवार के दो लोगों की तब हत्या कर दी गई थी। हत्याओं से हमारा कोई लेना देना नहीं था लेकिन हमारे परिवार के सदस्यों के नाम इस मामले में घसीटे गए थे। उन्होंने कहा, ‘बाद में जेल में उनके और हमारे परिवार के बीच एक समझौता हुआ। हमने उन्हें मुआवजे के तौर पर छह लाख रुपये दिए और अपनी जमीन उनके नाम पर स्थानांतरित कर दी।’उन्होंने कहा कि शुक्रवार की सुबह जब वह परिवार के अन्य सदस्यों के साथ दस साल बाद अहमदाबाद से गांव लौटी तो आरोपी उनका इंतजार कर रहे थे।

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