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पीएम मोदी ने लॉन्च की नई स्क्रैपिंग पॉलिसी, बोले – ये आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मील का पत्थर…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई नेशनल ऑटोमोबाइल स्क्रैपिंग पॉलिसी की शुरुआत की है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात में इन्वेस्टर समिट में शामिल हुए मोदी ने केंद्रीय सड़क परिवहनमंत्री नीतिन गडकरी और गुजरात सीएम विजय रूपाणी की मौजूदगी में इस नई पॉलिसी को लॉन्च किया। पॉलिसी लॉन्च करने के बाद गुजरात इन्वेस्टर समिट में अपने भाषण में प्रधामंत्रीने कहा कि ये पॉलिसी देश के ऑटो क्षेत्र को एक नई पहचान देगी और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।

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प्रधानमंत्री मोदी ने नई नीति को लेकर कहा कि आज देश नेशनल ऑटोमोबाइल स्क्रैपेज पॉलिसी शुरू कर रहा है। ये नीति नए भारत के ऑटो सेक्टर को नई पहचान देने वाली है। देश में अनफिट वाहनों को एक वैज्ञानिक तरीके से हटाने में ये नीति बहुत बड़ी भूमिका निभाएगी। ये नीति देश में 10,000 करोड़ रुपये से अधिक का नया निवेश लाएगी और हजारों रोजगार का निर्माण करेगी। स्क्रैपिंग नीति से पूरे देश में स्क्रैप से जुड़े सेक्टर को नई ऊर्जा मिलेगी। स्क्रैपिंग से जुड़े हमारे कामगारों के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव आएगा, संगठित क्षेत्र के दूसरे कर्मचारियों जैसे लाभ भी उनको मिल पाएंगे।

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पीएम ने कहा, नई स्क्रैपिंग पॉलिसी कचरे से कंचन के अभियान की सर्कुलर इकॉनमी की एक अहम कड़ी है। ये पॉलिसी, देश के शहरों से प्रदूषण कम करने और पर्यावरण की सुरक्षा के साथ तेज विकास की हमारे कमिटमेंट को भी दर्शाती है। आज एक तरफ भारत नई संभावनाओं को तलाश रहा है, तो वहीं सर्कुलर इकॉनॉमी को भी प्रोत्साहित कर रहा है। कोशिश ये है कि विकास को हम टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल बनाएं।

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प्रधानमंत्री ने आगे कहा, इस पॉलिसी से सामान्य परिवारों को हर प्रकार से बहुत लाभ होगा। सबसे पहला लाभ ये होगा कि पुरानी गाड़ी को स्क्रैप करने पर एक सर्टिफिकेट मिलेगा। ये सर्टिफिकेट जिसके पास होगा उसे नई गाड़ी की खरीद पर रजिस्ट्रेशन के लिए कोई पैसा नहीं देना होगा। इसके साथ ही उसे रोड टैक्स में भी कुछ छूट दी जाएगी। दूसरा लाभ ये होगा कि पुरानी गाड़ी की मैंटेनेंस कॉस्ट, रिपेयर कॉस्ट में भी बचत होगी। तीसरा लाभ सीधा जीवन से जुड़ा है। पुरानी गाड़ियों, पुरानी टेक्नॉलॉजी के कारण रोड एक्सीडेंट का खतरा बहुत अधिक रहता है, जिससे मुक्ति मिलेगी। चौथा, इससे हमारे स्वास्थ्य प्रदूषण के कारण जो असर पड़ता है, उसमें भी कमी आएगी।

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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस दौरान कहा कि भारत में लगभग एक करोड़ गाड़ियां ऐसी थीं जो वेलिड फिटनेस के बिना चल रही थीं। इससे प्रदूषण भी बढ़ रहा था और तेल में काफी खर्च हो रहा था। साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से ये मानदंडों को पूरा नहीं कर रही थीं। इन्हीं विचारों से स्क्रैपिंग पॉलिसी की शुरुआत हुई है।

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