बिलासपुर

ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज का हुआ प्रथम नगर आगमन, अग्रवाल परिवार ने किया आत्मीय स्वागत….

बिलासपुर – ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती शुक्रवार को बिलासपुर पहुचे।मुंगेली रोड स्थित मंगतराय अग्रवाल और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक अग्रवाल के निवास पर शंकराचार्य जी का पादुका पूजन कर सभी ने उनसे आशिर्वाद लिया।

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श्री बलखंडी बाबा न्यास के अध्यक्ष मंगत राय अग्रवाल के कृष्णा राइस मिल निवास पर शुक्रवार को ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी का आगमन हुआ। बिलासपुर नागरिक सहकारी बैंक के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल,विनोद अग्रवाल सहित अग्रवाल परिवार ने शंकराचार्य जी का आत्मीय स्वागत किया। शहर के गणमान्य नागरिक भी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज जी के दर्शन के लिए यहां पहुचे।अग्रवाल परिवार ने शंकराचार्य जी का आशिर्वाद प्राप्त कर पुण्य लाभ लिया। लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह, जिला पंचयात अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान सहित आए हुए अन्य भक्तों ने स्वामी जी का आशिर्वाद लिया। ज्योतिष पीठ का शंकराचार्य बनने के बाद पहली बार बिलासपुर आगमन पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा की रतनपुर भगवती माँ महामाया का क्षेत्र है. इसलिए मन मे प्रसन्नता का प्रसार होता है।उन्होंने कहा की श्री मठ मे माँ भगवती की उपासना होती है, वे देवी के स्थान से चलकर देवी के स्थान पर आए है।

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पुराने ऐतिहासिक मंदिरो को तोड़ कर नया बनाने पर उन्होंने कहा की पुराना पुराना होता है. नया बनाया जाए लेकिन पुराने इतिहास को मिटाया नही जाना चाहिए।

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वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में कथित तौर पर शिवलिंग मिलने के बाद स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद वहां पूजा करने को अड़ गए थे। उन्होंने कहा कि जब भी वह काशी जाते है पुराने मंदिर की परिक्रमा ज़रूर करते है।

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अग्रवाल परिवार के तमाम सदस्यों ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज की आरती कर अर्चना की, और उनके श्री चरणों को प्रणाम किया। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज वेद एवं पुराणों के प्रखंड विद्वान हैं और जगतगुरु शंकराचार्य के सानिध्य का लाभ उन्हें हमेशा प्राप्त हुआ है।

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