बिलासपुर

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2023 एवं 05 दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित, ‘‘समग्र स्वास्थ्य प्रबंधन एवं आधुनिक जीवन में योग की उपयोगिता’’

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बिलासपुर – पंडित संुदरलाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़, बिलासपुर के योग विज्ञान विभाग एवं ब्रम्हर्षि वशिष्ठ योग आरोग्य केन्द्र के तत्वाधान में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2023 एवं 05 दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला ‘‘समग्र स्वास्थ्य प्रबंधन एवं आधुनिक जीवन में योग की उपयोगिता’’ विषय पर दिनांक 21 जून से 25 जून 2023 तक आयोजित किया जा रहा है। आज प्रथम दिवस पर विश्वविद्यालय के महामाया भवन स्थित सभागार में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति डॉ. बंश गोपाल सिंह, विज्ञान संकाय के डायरेक्टर डॉ. एस. के. गुप्ता, डॉ संजीव लवानियॉ, डॉ. जयपाल सिंह प्रजापति, डॉ. एस. रूपेन्द्र राव, श्वेता कुर्रे, डोंगेश्वर साहू विश्वविद्यालय के अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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उद्घाटन सत्र का प्रारंभ मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलन, मार्ल्यापण एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ इस के पश्चात् आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी योग प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सभी प्रतिभागियों ने योगाभ्यास किया इसके साथ इस अवसर पर ब्रम्हर्षि योग आरोग्य केंद्र मंे आने वाले विद्यार्थियांे एवं पी. जी. डिप्लोमा इन योग साईंस के विद्यार्थियों द्वारा संगीतमय योगासनों का प्रदर्शन किया। कुछ विद्यार्थियों द्वारा उच्च समूह के आसनों का प्रदर्शन भी किया गया। इसके पश्चात् माननीय कुलपति महोदय, अधिकारी एवं विद्यार्थियों द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में पौधारोपण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम के पश्चात् विज्ञान संकाय के डायरेक्टर डॉ. एस. के. गुप्ता द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की उपयोगिता एवं भारत के योगदान की समीक्षा की गई। उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस को विश्व के लिए भारत का उपहार कहा। इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं माननीय कुलपति महोदय जी ने सर्वप्रथम सभी को योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए जीवन में यम, नियम के पालन का महत्व बताया निरंतर इन नियमों के पालन से मनुष्य अपने जीवन को सफल बना सकता है। योग का महत्त्व हर वर्ग के लिए है जैसे-जैसे आयु बढ़ती है योग को अनिवार्य रूप से हमारे जीवन का अंग हो जाना चाहिए, उन्होंने योग के शारीरिक महत्त्व के साथ-साथ इसके अध्यात्मिक एवं सामाजिक महत्व पर सबका ध्यान आकृष्ट किया। उन्होंने कहा कि निरोगी काया एवं स्वस्थ मन मस्तिष्क हर कार्य के लिए उपयोगी होता हैं। आपने अतर्राष्ट्रीय योग दिवस के साथ 05 दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला ‘‘समग्र स्वास्थ्य प्रबंधन एवं आधुनिक जीवन शैली में योग की उपयोगिता’’ के संबंध में अपने विचार रखे। इस कार्यशाला में विद्यार्थी, शिक्षक, अधिकारी-कर्मचारी एवं जनसामान्य भौतिक रूप से या ऑनलाईन माध्यम से जुड़कर इसका लाभ ले सकेंगे कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु आप सभी को शुभकामनाएं सभी के उत्तम स्वास्थ्य की कामना के साथ उन्होंने अपना वक्तव्य समाप्त किया। इस अवसर पर 05 दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला एवं अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम के संयोजक डॉ. एस. रूपेन्द्र राव ने बताया की इन पांच दिवसों में प्रातः 07ः00 से 09ः00 तक उच्च रक्त चाप, मोटापा, तनाव, सर्वाइकल एवं कमर दर्द, मधुमेह एवं अर्थराटिस् संबंधी रोगो के लिए यौगिक उपचार पद्धति एवं आसनों का विशेष अभ्यास कराया जाएगा इसके साथ ही प्रतिदिन समग्र स्वास्थ्य एवं यौगिक जीवन शैली से संबंधित समसामयिक विषयांे पर विषय-विशेषज्ञों के व्याख्यान प्राप्त होंगे जिनमे डॉ. हरेराम पाण्डेय, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक, मध्यप्रदेश, डॉ. अर्पित दुबे, मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (आयुष मंत्रालय, भारत सरकार) नई दिल्ली एवं डॉ. सत्य प्रकाश पाठक, हिमांचल विश्वविद्यालय शिमला, हिमांचल प्रदेश का व्याख्यान होगा।

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