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इंस्पेक्टर ने थाना परिसर में गोली मारकर अपनी ही पत्नी की जान ले ली..जानें पूरा माजरा

आगरा – कासगंज जिले के सिकंदपुर वैश्य थाने में सरकारी आवास पर इंस्पेक्टर विवेक गुप्ता की पत्नी आरती उर्फ दीप्ति की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। मंगलवार देर रात उनका शव मिला था। बुधवार सुबह मृतका की मां ने कहा है कि बेटी ने खुदकुशी नहीं की, उसकी हत्या की गई है। आरती की मां ने इंस्पेक्टर पर ही दहेज मांग पूरी न होने पर उसकी तमंचे से गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया है। डीआइजी दीपक कुमार और एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने देररात घटनास्थल का निरीक्षण कर इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है। आरती के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

सिकंदरपुर थाने में प्रभारी के रूप में तैनात इंस्पेक्टर विवेक गुप्ता मूल रूप से इटावा के भरथना के रहने वाले हैं। उनकी शादी 15 फरवरी 2016 को बिधूना, ओरैया निवासी स्व. अशोक कुमार पोरवाल की बेटी आरती उर्फ दीप्ति (33) के साथ हुई थी। उनकी मां शशि प्रभा का आरोप है कि शादी में उनके पति ने करीब बीस लाख रुपये खर्च किए थे, मगर इससे विवेक और उसके स्वजन संतुष्ट नहीं हुए। विवेक और उसके स्वजन लगातार और दहेज की मांग कर रहे थे। इस दौरान उनके पति का निधन हो गया। इसके बाद उन्होंने विवेक से तमाम अनुनय-विनय की, मगर वह उनकी प्रापर्टी को खुद के नाम कराने के लिए दबाव बनाता रहा। यह सब न करने पर ही उसने मंगलवार की रात अपने सरकारी आवास में उनकी बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी।

उधर, सूचना पर देररात सिकंदपुर थाने पहुंचे डीआइजी और एसपी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। घटना के संबंध में थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों से पूछताछ की। डाग स्वायड और फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। इसके बाद इंस्पेक्टर विवेक गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

आरती की मां शशि प्रभा का आरोप है कि इंस्पेक्टर विवेक गुप्ता शादी के बाद से ही उनकी बेटी आरती के साथ दुर्व्यवहार करता था। वह बहुत कम समय उसके साथ रही। ज्यादातर मायके में उनके पास ही रहती थी। उन्हें यह भी जानकारी मिली है कि विवेक के कानपुर में युवती से प्रेम संबंध हैं। वह वहीं किसी स्कूल में पढ़ाती है। उन्हें यह भी जानकारी मिली है कि विवेक ने उससे चार-पांच माह पूर्व शादी भी कर ली है।

आरती और विवेक की शादी को छह साल से ज्यादा हो गए, मगर उनकी कोई संतान नहीं थी। आरती की मां का आरोप है कि शादी के बाद कुछ दिन जरूर आरती अपनी ससुराल भरथना रही। विवेक उस दौरान लखनऊ में दारोगा के रूप में तैनात था। उसने उनकी बेटी को कभी साथ नहीं रखा। बाद में विवाद होने पर वह मायके में उनके पास रह रही थी। वह पांच रोज पहले 28 जुलाई को ही वह विवेक के पास यहां आई थी।

शशि प्रभा का कहना है कि उनकी भी कोई संतान नहीं हुई थी। उन्होंने आरती को अपनी ननद नीलम पोरवाल से जन्म के दौरान ही गोद ले लिया था। उसका लालन-पालन करने के बाद शादी कर दी थी। उनकी ननद को तीन बेटी और एक बेटा है। यह उनकी दूसरे नंबर की बेटी थी। ननद और उनके पति रामचंद्र पोरवाल भी यहां उनके साथ आए हैं। वह फफूंद, औरैया के रहने वाले हैं।

आरती की मां शशि प्रभा नगर पंचायत की सभासद रही हैं। उनके पति स्व. अशोक कुमार पोरवाल भी सभासद के साथ भाजपा के नगर अध्यक्ष रहे थे। उनकी बिधूना में जनरल स्टोर की दुकान है। इसे अब शशि प्रभा संचालित करती हैं। उनके पति चूंकि प्रापर्टी की खरीद-फरोख्त के व्यवसाय से भी जुड़े थो, सो बिधूना में उनके पास मकान के अलावा कुछ प्लाट भी हैं। इन पर विवेक की दृष्टि थी।

सिकंदपुर थाने में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विवेक गुप्ता की पत्नी की हत्या हुई है। उनकी कनपटी पर गोली लगी है, 315 बोर का एक तमंचा भी मौके पर मिला है। पूरे मामले की छानबीन की जा रही है। मृतका की मां ने तहरीर दे दी है। उसमें दहेज के लिए बेटी की हत्या करने का आरोप विवेक पर लगाया गया है। रिपोर्ट दर्ज करने के लिए प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है। विवेक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। – बीबीजीटीएस मूर्ति, एसपी कासगंज

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