विद्यार्थियों को श्रम के महत्व को समझाने व पर्यावरण को संतुलित बनाने के उद्देश्य से विद्यालय में वृक्षों की संरक्षण और वृक्षारोपण का कार्य किया गया
अम्बिकापुर – विकासखण्ड उदयपुर जिला सरगुजा के शासकीय हाई स्कूल फुलचुही में शनिवारीय विशेष अध्यनन पढ़ाई में विद्यार्थियों को श्रम के महत्व को समझाने के साथ पर्यावरण को संतुलित बनाने के उद्देश्य से विद्यालय वृक्षों की संरक्षण और वृक्षारोपण का कार्य किया गया। जिंसमे विद्यालय के विद्यार्थियों का भागीदारी शत प्रतिशत रहा। इसके बाद द्वितीय सत्र में” “सिंगल यूज प्लास्टिक के दुष्प्रभाव और उनका निदान” विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यशाला की भूमिका को बताते हुये व्याख्याता विपिन बिहारी गहवई ने बताया कि आज के समय मे सिंगल यूज प्लास्टिक हमें किस तरह से जकड़ रखा है। जिसके चलते आने वाले समय में हमारा जीवन कितना खतरनाक हो सकता है । अगर हम समय रहते उनके निदान की ओर न सोचें तो सम्पूर्ण मानव समुदाय के साथ पर्यावरण भी खत्म हो जाएगा। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक आज हमारे घरों में एक व्यक्ति की तरह रहता है।
जो हमें प्रत्यक्ष रूप से क्षति पहुचा रहा है । पर्यावरण में जिनका प्रभाव भी देखने को मिल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पर्यावरण को संरक्षित करना हम सब का कर्तव्य है। इस अवसर पर रामेश्वर राठौड़ ने कहा कि पर्यावरण को संतुलित बनाएं रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा हमें वृक्षारोपण करना होगा । आज हम अंधाधुंध पेड़ काट रहे है जिनका प्रभाव जलवायु परिवर्तन के रूप में दिखाई पड़ रहा है। इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों ने भी अपना विचार रखा।