अफसरों की लापरवाही से छत्तीसगढ़ भवन में, वीवीआईपी व्यक्तियों की सुरक्षा खतरे में !!
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – लकड़ी की यह चैली बिलासपुर के छत्तीसगढ़ भवन में तैनात अधिकारियों की लापरवाही का जीता जागता प्रमाण है। और इसके चलते वीवीआईपी लोगों के रुकने का ठिकाना छत्तीसगढ़ भवन कितना असुरक्षित हो सकता है, इसकी न तो पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को कोई चिंता है और ना ही यहां काम करने वाले ठेकेदारों को..!! वीवीआइपी व्यक्तियों की आवाजाही के कारण छत्तीसगढ़ भवन को सुरक्षा की दृष्टि से अति संवेदनशील माना जाता है। लेकिन यहां रंग रोगन और पुताई का काम करने वाले एक ठेकेदार के श्रमिकों द्वारा जिस तरह से भवन के एक ओर दीवार से सटाकर नीचे से ऊपर तक चेली बांध कर छोड़ दी गई है। उससे भवन के वीवीआईपी मेहमानों की सुरक्षा में कभी भी सेंध लग सकती है। लगभग 6 माह पहले इस भवन के पीछे की दीवारों की पोताई या कहे रंग रोगन किया गया था। कायदे से उस काम के लिए लगाई गई बांस की चेली को काम खत्म होने के तत्काल बाद निकाल लेना चाहिए था। लेकिन यह विगत 6 महीने से जस की तस दीवार से सटकर लगी हुई है। इसके सहारे कोई भी व्यक्ति कभी भी रात बिकाल छत्तीसगढ़ भवन की छत पर आसानी से पहुंचकर उसके परिसर में दाखिल हो सकता है। अगर ऐसा हुआ तो यहां रुकने वाले किसी भी वीआईपी शख्सियत को नुकसान पहुंचने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। कायदे से इस चेली को काम खत्म होते ही तुरंत हटा लेना चाहिए था। लेकिन ठेकेदारों से मितानी बदने वाले लोक निर्माण विभाग के स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों को शायद इस खतरे की कोई चिंता नहीं है।