राजनांदगांव

राजधर्म निभाने वाला एवं कर मुक्त ऐतिहासिक बजट : हेमा देशमुख

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(उदय मिश्रा) :राजनांदगांव – नगर पालिक निगम राजनांदगांव की महापौर हेमा सुदेश देशमुख ने छत्तीसगढ़ के यशश्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रस्तुत आम बजट को राजधर्म निभाने वाला बजट निरूपित करते हुए कहा की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बजट में कोई नया कर का प्रस्ताव नहीं रख कर जनता को जहां राहत दी है वही शासकीय अधिकारी एवं कर्मचारियों को एनपीएस के स्थान पर पुरानी पेंशन बहाली योजना की सौगात एवं व्यापम पीएससी के परीक्षा में स्थानीय परीक्षार्थियों को परीक्षा शुल्क माफ करने विधायक निधि की राशि को बढ़ाना , युवा मितान क्लब हेतु ७५ करोड़ का प्रावधान स्थानीय विकास की परिकल्पना को जहां मजबूती प्रदान की है वही महात्मा गांधी औद्योगिक पार्क के रूप में गोठानो को विकसित करने के लिए ६०० करोड़ रुपए का प्रावधान, सिंचाई हेतु सौर सुजला योजना के लिए ४१७ करोड़, शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना में मोबाइल एंबुलेंस दाई दीदी क्लीनिक के लिए ५० करोड़ का प्रावधान, शहरी जनता को नल कनेक्शन प्रदान करने के लिए जल जीवन मिशन में १००० करोड़ का प्रावधान, जल प्रदाय योजना के लिए ३० करोड़ अनुदान मद में एसटी एससी क्षेत्र में आश्रम एवं छात्रावास के लिए ५० करोड़ का प्रावधान, ब्लॉक मुख्यालयों में अधिकारी कर्मचारियों के आवास हेतु ५० करोड़ का प्रावधान, धनवंतरी जेनेरिक दवाई से जहां जनता को राहत मिली है वही पिछड़े जिले को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए चिराग योजना के तहत २०० करोड़ का प्रावधान, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के लिए ३२३ करोड़ का प्रावधान, शिक्षा के क्षेत्र में आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के सफल संचालन के बाद ३२ आत्मानंद हिंदी मीडियम स्कूल खोलेने की घोषणा शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम है मोर मकान मोर चिन्हारी योजना में ४५० करोड़ का प्रावधान कर नगरी निकाय की जनता को अद्भुत सौगात मुख्यमंत्री जी ने दी है भूमिहीन मजदूरों के लिए जो प्रावधान किया गया था उसे बढ़ाते हुए ७००० किया जाना अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजना को लाभ पहुंचाने की मंशा मुख्यमंत्री की है नगरी निकाय में संपत्ति के आपसेट मूल्य में 30% की कमी किया जाना जनहितकारी निर्णय है यह बजट शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि शासकीय अधिकारी कर्मचारियों को सौगातो सहित जनहितैषी योजनाओ से भरा हुआ बजट है वही रेत खदान का संचालन पंचायत की सहमति के पश्चात किए जाने का निर्णय पंचायतों को मजबूत अधिकार प्रदान करने वाला निर्णय है कुल मिलाकर यह बजट समग्र विकास शील परिकल्पना और मजबूत प्रावधानों से ओतप्रोत है तभी हम कहते है भूपेश है तो भरोसा है।

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