पहले कहा सिम्स में बिस्तर खाली नही है, फिर कुछ ही मिनटों में मरीज की मौत हो गई….
(नीरज शर्मा) : बिलासपुर – इन आंसुओ को कैसे पोछेगा सिम्स प्रबंधन… आखिर कब डॉक्टरों का दिल पसीजेगा…. लोगों की जान बचाने के लिये इन डॉक्टरों ने जो कसमे खाई थी, क्या अब वो याद नही है या फिर ये कहें कि सिम्स के चिकित्सकों को मरीजों के जान की परवाह नही है। रोती हुई ये महिला परसदा निवासी शिवनंदन की पत्नी है। बीती रात लगभग 2 बजे पेशाब नही होने और पेट मे दर्द की समस्या होने पर वो अपने पति को लेकर सिम्स पहुंची थी, मगर ड्यूटी में मौजूद नर्सों और डॉक्टरों ने मर्ज को गंभीरता से ना लेते हुए एक इंजेक्शन लगाया और अस्पताल में बिस्तर खाली नही है कहकर चलता कर दिया। हताश परिजन शिवनंदन को लेकर वापस लौट गए, लेकिन सुबह हालात बिगड़ते देख वे फिर सिम्स पहुँचे जहां कुछ ही मिनटों में शिवनंदन की सांस रुक गई।
अब तक ऐसे कई शिवनंदन होंगे जिन्होंने चिकित्सकों की लापरवाही के चलते सिम्स में दम तोड़ दिया है। मगर जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल कहे जाने वाले इस सिम्स में चिकित्सकों की नजर में मरीजों के जान की कोई कीमत नही है तमाम मामलों को देखकर यही समझा जा रहा है।