बिलासपुर

ट्रेनों की बिगड़ी चाल, 18 ट्रेनें लेट….

(भूपेंद्र सिंह राठौर) : बिलासपुर – कोयले से लदी मालगाड़ियों का परिवहन, दो मालगाड़ी एक साथ दुर्घटनाग्रस्त समेत अलग- अलग सेक्शनों में चल रहे निर्माण कार्यों के चलते ट्रेनों की चाल पूरी तरह बिगड़ चुकी है। हर दिन की तरह सोमवार को भी सभी दिशा की ट्रेनें अपने निर्धारित समय से डेढ़ से चार घंटे विलंब से पहुंची, जिसके कारण ट्रेन के इंतजार में यात्री परेशान होते दिखाई दिए।

कोयला परिवहन के लिए रेलवे ने पहले से ही मालगाड़ी के परिचालन को प्राथमिकता दे रखी है जिसकी वजह से अधिकांश ट्रेने रद चल रही है। इतना ही नहीं जिनका परिचालन हो रहा है, वह भी जगह- जगह नियंत्रित कर चलाई जा रही है। इसके अलावा ट्रेनों के परिचालन में एक समस्या अलग- अलग रेलवे में चल रहे निर्माण कार्य की वजह भी है। इन्हीं सभी कारणों की वजह से ट्रेनें समय पर नहीं चल रही है और इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है।

सोमवार को जोनल स्टेशन में सुबह से लेकर दोपहर तक यात्रियों की भीड़ नजर आई। इसकी वजह ट्रेनों की लेटलतीफी ही थी। यात्रियों ने इस अव्यवस्था को लेकर नाराजगी जताई। हालांकि इसका कोई खास फायदा नहीं हुआ। ट्रेनों के लेटलतीफी के सम्बंध में अधिकारियों से पूछा गया तो वे भी गोलमोल जवाब देते नजर आए,हालांकि ट्रेन हादसे की वजह से ट्रेनों के लेट होने और प्लेटफार्म खाली नही होने की बात भी सामने आई।

आपको बता दे कि सोमवार की सुबह से लेकर दोपहर तक सांतरागाछी-पोरबंदर एक्सप्रेस – तीन घंटे 20 मिनट,इतवारी-बिलासपुर शिवनाथ एक्सप्रेस – पांच घंटा,विशाखापत्तनम-कोरबा लिंक एक्सप्रेस – दो घंटा,दुर्ग-राजेंद्रनर साउथ बिहार एक्सप्रेस – ढाई घंटा,दूरंतो एक्सप्रेस – एक घंटे 45 मिनट,इतवारी-टाटा पैसेंजर – चार घंटा,हावड़ा-पुणे आजाद हिंद एक्सप्रेस – तीन घंटा,छपरा-दुर्ग सारनाथ एक्सप्रेस – तीन घंटा,भोपाल-दुर्ग अमरकंटक – तीन घंटा, हावड़ा-मुंबइ मेल – दो घंटा,दरभंगा एक्सप्रेस – तीन घंटे,शालीमार-उदयपुर एक्सप्रेस – डेढ़ घंटा,गोंडवाना एक्सप्रेस – तीन घंटा,निजामुद्दीन-दुर्ग संपर्कक्रांति एक्सप्रेस – ढाई घंटा,ऋषिकेश नगरी-पुरी उत्कल एक्सप्रेस – डेढ़ घंटा,अमृतसर-बिलासपुर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस – डेढ़ घंटा, एर्नाकुलम-बिलासपुर एक्सप्रेस – दो घंटा अपने निर्धारित समय से विलंब से बिलासपुर स्टेशन पहुँची। इन ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों को इसके चलते काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

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