मवेशियों की धर-पकड़ अभियान के तहत निगम ने आज पकड़े 32 मवेशी, मवेशी छोड़ाने पर 5-5 सौ रूपये अर्थदंड
(उदय मिश्रा) : राजनांदगांव – शासन द्वारा गांव व शहरों के आस पास फसलों, बाड़ियो, उद्यानों आदि की सुरक्षा के लिये एवं नगरीय क्षेत्रों में आवारा पशु मुक्त एवं शहर को साफ सुथरा व स्वच्छ रखने के साथ साथ दुर्घटना मुक्त रखने हेतु 1 जुलाई से रोका छेका संकल्प अभियान चलाया जा रहा है, अभियान में पशुपालकों से इस हेतु संकल्प पत्र भी भराया जा रहा है। शासन के निर्देश के अनुक्रम में नगर निगम सीमाक्षेत्र में निगम के कर्मचारी प्रतिदिन घुमन्तु मवेशी पकडने एवं संकल्प पत्र भराने का कार्य कर रहे है। इसी कडी में आज शहर के प्रमुख चौक चौराहो से 32 घुमन्तु मवेशियों की धर-पकड की गयी और उन्हें छोडाने पर संबंधित से 5-5 सौ रूपये अर्थदण्ड लिया गया।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि शासन के निर्देश के अनुक्रम में शहर को साफ एवं स्वच्छ रखने तथा दुर्घटना मुक्त रखने, रोका छेका संकल्प अभियान निगम सीमाक्षेत्र मे चलाया जा रहा है। अभियान में लगे कर्मचारियों द्वारा प्रतिदिन आवारा पशुओं को पकडने तथा संकल्प पत्र भराने का कार्य किया जा रहा है। जिसमें प्रतिदिन घुमन्तु मवेशियों को पकडने की कार्यवाही की जा रही है। आज शहर के प्रमुख चौक चौराहो मॉ पताल भैरवी चौक, आम्बेडकर चौक महामाया चौक, ममता नगर, नया बस स्टैण्ड चौक, ईमाम चौक, राम दरबार चौक, जय स्तम्भ चौक, गुड़ाखूलाईन एवं दिग्विजय कालेज के सामने से 32 घुमन्तु मवेशियों को पकडा गया। कल नंदई, कुऑ चौक, मोहरा रोड, इदिरा नगर क्षेत्र से 22 मवेशी पकडे गये थे और इदिरा नगर के पप्पू यदु एवं नंदई के सुदेश यादव से मवेशी छोड़ाने पर 5-5 सौ रूपये एवं 30-30 रूपये खाद्य दर सहित कुल 530-530 रूपये अर्थदण्ड लिया गया, यह अभियान प्रतिदिन जारी रहेगी। उन्होने दुर्घटना से बचने मवेशी मालिक अपने जानवर को निर्धारित स्थल में बांध कर रखने तथा चौक-चौराहों व सड़कों पर घुमने पशुओं को खुला न छो़डने की अपील की है। उन्होंने कहा कि चौक-चौराहों व सड़कों पर खुला घूमते पाये जाने पर पशुओं को नगर निगम के अमला द्वारा पकड़कर कांजी हाऊस में बंद कर नियमानुसार शुल्क व जुर्माना का भुगतान करने के उपरांत ही मुक्त कर संबंधित पशु पालकों को सौपा जायेगा। इसके बावजूद भी शहर के अंदर सर्विस रोड के किनारे बेधड़क डेरी व्यवसाय किया जा रहा है तथा जानवर लावारिस सड़क पर बैठे रहते हैं जो कि दुर्घटना का कारण बनते हैं।