प्रकाश पर्व के दौरान सिख समाज द्वारा किया गया नगर फेरी का आयोजन.. सेंट्रल गुरुद्वारा गोड़पारा से ग्रंथ साहिब को लेकर पहुंचे दयालबंद गुरुद्वारा.. युवाओं ने दिखाएं करतब.. शहर के चौक चौराहों में किया गया सभी समाज द्वारा स्वागत..
(कमल दुबे) : बिलासपुर – सिख समुदाय के पहले गुरु गुरु नानक देव जी के जन्म वर्ष को सिख समाज प्रकाश पर्व के रूप में मनाता है.. आज से प्रकाश पर्व की शुरुआत हो गई है.. बिलासपुर के सेंट्रल गुरुद्वारा गोड़पारा से आज समाज के लोगों द्वारा ग्रंथ साहिब को दयालबंद गुरुद्वारा ले जाया गया.. कोरोना के खतरे को देखते हुए इस वर्ष बहुत अधिक आयोजन नहीं किया गया था.. सेंट्रल गुरुद्वारा से ग्रंथ साहिब को लेकर नगर फेरी करते हुए समाज के लोग दयालबंद गुरुद्वारा पहुंचे.. नगर फेरी के दौरान अलग-अलग समाज के द्वारा जगह-जगह पर गुरु ग्रंथ साहिब का स्वागत किया गया.. लोगों ने रास्ते में फूल बरसा कर फेरी का स्वागत किया तो वही समाज के युवाओं द्वारा जोरदार करतब भी दिखाए गए बता दे कि.. नन्हे नन्हे बच्चों द्वारा तलवार से लेकर डंडे की लड़ाई तक के करतब दिखाया जाए जो कि शहर भर में आकर्षण का कारण बना रहा.. हर साल प्रकाश पर्व में गुरु ग्रंथ साहिब को एक गुरुद्वारे से दूसरे गुरुद्वारे ले जाने की प्रथा को निभाई जाती है.. नगर फेरी के दौरान सेवादारों में उत्साह देखते ही बन रहा था अलग-अलग टोलियों द्वारा अलग-अलग तरीके से कीर्तन किया गया.. सिख समाज की महिलाएं भी पुरुषों केे साथ ताल में ताल मिला कर सेवा करती नज़र आईं.. सेंट्रल गुरुद्वारा गोड़पारा से फेरी निकालकर सिम्स से चौक कोतवाली चौक गांधी चौक होते दयालबंद गुरुद्वारा तक समाज के लोग पैदल चलते हुए पहुंचे.. सेवादारों द्वारा पूरे रास्ते भर मार्ग में फूल बिछा कर सम्मान अर्पित करते नजर आए, तो वही.. नगर फेरी से पहले ही सेंट्रल गुरुद्वारा गोड़पारा द्वारा लंगर का आयोजन किया गया था जहां सुबह से ही बड़ी संख्या में सिख समाज समेत अन्य समाज के लोग बड़ी संख्या में पहुंचे हुए थे.. इसके बाद पंच परमेश्वर की अगुवाई में गुरु ग्रंथ साहिब को नगर भ्रमण कराते हुए कीर्तन के साथ दयालबंद गुरुद्वारा ले जाया गया.. प्रबंधन समिति ने जानकारी देते हुए बताया कि.. कोरोना के खतरे को देखते हुए नगर फेरी के कार्यक्रम को सादे रूप से मनाया जा रहा है.. समाज के लोगों द्वारा गुरुद्वारे में एकत्रित होकर गुरु का कीर्तन करते हुए विश्व शांति और कोरोना महामारी से मुक्ति के लिए पाठ भी किया जा रहा है..