छत्तीसगढ़

तखतपुर और बिलासपुर में हुई 5 लाख रुपए की उठाईगिरी का आरोपी एक नाबालिग हुआ गिरफ्तार.. सीसीटीवी फुटेज से मिली मदद.. शेष चार आरोपियों की तलाश के लिए एमपी गई टीम

(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। जिले के तखतपुर और सिरगिट्टी क्षेत्र से कुल 5 लाख रुपए की उठाई गिरी करने वाले दो लड़कों, दो लड़कियों और एक महिला को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है। तखतपुर थाना क्षेत्र में 6 और 9 जनवरी को अज्ञांत आरोपियों के द्वारा ठाकुर मेडिकल पुराना बस स्टैंड और मक्कड़ कांप्लेक्स तखतपुर के पास दो वारदातें कर 2 लाख रुपए की उठाई गिरी को अंजाम दिया गया। इसमें ठाकुर मेडिकल पुराना बस स्टैंड के पास 30 हजार रुपए की और मक्कड़ कांप्लेक्स तखतपुर के पास से एक लाख 70 हजार रुपए की उठाई गिरी की गई।

इन दोनों ही मामलों में उठाई गिरी के शिकार हुए व्यक्तियों के द्वारा तखतपुर पुलिस में घटना की रिपोर्ट लिखाई गई। इस रिपोर्ट के आधार पर चोरी का अपराध दर्ज कर तखतपुर पुलिस अज्ञात आरोपियों की पतासाजी में जुड़ गई। 6 और 9 जनवरी को सिलसिलेवार ढंग से हुई दो वारदातों के कारण पुलिस के द्वारा इसे वरिष्ठ अधिकारियों की जानकारी में लाकर उनके मार्गदर्शन में जांच आगे बढ़ाई गई। थाना प्रभारी तखतपुर सुमंत राम साहू की अगुवाई में जुटी टीम ने तखतपुर के दोनों ही घटना स्थलों के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज चेक किए तथा वारदात की समीक्षा की गई।

दोनों ही मामलों में पुलिस को समानता दिखी और दोनों ही वारदातों में पुलिस के हाथ आरोपियों के फुटेज लगे। फुटेज में दिख रहे संदिग्ध युवक युवतियों की पतासाजी में पुलिस जुट गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती पारुल माथुर के द्वारा जिले के सभी थाना चौकियों को संदेहियों की पतासाजी का निर्देश देकर अलर्ट कराया गया और उठाई गिरी के आरोपियों को पकड़ने के लिए एस ई सी यू की टीम को भी तखतपुर पुलिस के साथ पतासाजी के लिए लगाया गया।

एसीसीयू टीम बिलासपुर और तखतपुर पुलिस के द्वारा एडिशनल एसपी राहुल देव शर्मा तथा एसडीओपी कोटा आशीष अरोरा के मार्गदर्शन पर अपने स्तर पर संदेहियों की सघन पतासाजी की जा रही थी। इसी दरमियान बेमेतरा पुलिस के हाथ एक संदेही बालक आया। जिसका हुलिया तखतपुर की उठाई गिरी में शामिल लड़के से मिलान हो रहा था। बेमेतरा पुलिस के द्वारा तखतपुर पुलिस को संदेही के संबंध में जानकारी देने पर तखतपुर पुलिस की टीम तत्काल बेमेतरा रवाना हुई और संदेही नाबालिग को अभिरक्षा में लिया गया।

अभिरक्षा में लिए गए बालक का सीसीटीवी फुटेज से मिलान होने पर उससे वारदात के संबंध में पूछताछ की गई। इस पर उस बालक ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम देना स्वीकार कर बताया कि उनके गैंग में कुल 5 लोग हैं। जिसमें इस नाबालिक के साथ एक और लड़का है तथा एक महिला और दो लड़कियां इस गैंग में शामिल हैं। ये सभी राजगढ़ मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं और छत्तीसगढ़ तथा अन्य राज्यों के शहरों में रुककर उठाई गिरी चोरी को अंजाम देने के लिए कुछ दिन बैंक, बड़े मकान और भवनों को टारगेट कर आसपास रेकी करते हैं तथा घटना को अंजाम देने के तुरंत बाद वहां से भागकर दूसरे जिले में चले जाते हैं।

विधि के साथ संघर्षरत बालक ने पूछताछ में बताया कि उसने तखतपुर की दो उठाई गिरी वारदातों के साथ ही बिलासपुर जिले के थाना सिरगिट्टी क्षेत्र के शादी भवन में दो लाख नगद और ज्वेलरी समेत कुल तीन लाख की उठाई गिरी अपने साथियों के साथ करना स्वीकार किया। यह नाबालिक बालक अंबिकापुर थाना क्षेत्र में भी चोरी की वारदात को अंजाम दे चुका है। इस अपचारी बालक से अन्य अपराधों की भी जानकारी दी जा रही है तथा गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों की पतासाजी के लिए पुलिस की टीम मध्यप्रदेश रवाना की गई है।

अभिरक्षा में लिए गए नाबालिग बालक से उठाई गिरी के बंटवारे में उसे मिले ₹25000 नगद पीड़ित का आधार कार्ड बैंक पासबुक और काले रंग की बैग जप्त की गई है। इन दोनों ही मामलों में बिलासपुर पुलिस का अन्य जिलों की पुलिस के साथ कोऑर्डिनेशन और सीसीटीवी फुटेज की अहम भूमिका रही है। देखते हुए पुलिस ने फिर से शहर और जिले के आम जनों को अपने संस्थानों और घरों की सुरक्षा के लिए अधिक से अधिक सीसीटीवी लगाने की अपील की है। के सक्रिय अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ने में एसीसीयू टीम बिलासपुर, एवं तखतपुर कथा सिटी कोतवाली बेमेतरा पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण रही है।

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