(भूपेंद्र सिंह राठौर) बिलासपुर : पर्यटकों के भारी – भरकम लगेज को रखने के लिए कानन पेंडारी प्रबंधन चार लाख रूपये की लागत से अमानत घर तैयार करेगा। इसके लिए बजट स्वीकृत हो गया है। अमानत घर के रूप में एक बड़ा हाल बनाया जाएगा। जिसमें सामान रखने रैक होंगे। जू प्रबंधन बहुत जल्द निर्माण प्रारंभ कर देगा।
कानन पेंडारी चिड़ियाघर अकेले बिलासपुर जिला नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ की पहचान है। इसे मीडियम जू का दर्जा भी प्राप्त हो गया है। लार्ज जू की मान्यता हासिल करने के लिए कानन पेंडारी जू प्रबंधन एक कदम अभी दूर है। जाहिर है कि जू प्रबंधन कानन को इस तरह विकसित करने की तैयारी में हैं कि उन्हें इसकी मान्यता आसानी से मिल जाए।
जब भी केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की टीम पहुंचती है तो वन्य प्राणी, उनके केज के अलावा पर्यटकों की सुविधाओं को भी देखती है। इन सभी बिंदुओं पर जांच करने के बाद ही मान्यता के लिए हरी झंडी दी जाती है। इसे देखते हुए जू प्रबंधन पर्यटकों को नई- नई सुविधाएं मुहैया कराने का प्रयास कर रही है। इसी के तहत अमानत घर की सुविधा देने की योजना बनाई गई। यह सुविधा इसलिए दी जा रही है।
क्योंकि कानन में स्थानीय पर्यटकों के अलावा दूसरे शहर व राज्यों के पर्यटक भी पहुंचते हैं। बाहर से आने वाले पर्यटकों के पास भारी भरकम लगेज भी होता है। लेकिन, जू में इन्हें रखने की व्यवस्था नहीं होने के कारण मजबूरी में पर्यटकों को लगेज साथ लेकर घूमना पड़ता है।
लेकिन, अब उन्हें किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। जू प्रबंधन के अमानत घर बनाने की योजना पर मुख्यालय ने न केवल सहमति की मुहर लगाई है। बल्कि चार लाख रूपये स्वीकृत भी कर दिया है। जू प्रबंधन अमानत घर का निर्माण कानन पेंडारी के गेटमनी से करेगा।