VIDEO : वह माला सोने की नहीं वरन सोने से भी अधिक कीमती है.. क्योंकि भूमि पुत्र बैगा आदिवासियों का पसंदीदा ऐसा गहना है…जिसकी टक्कर सोना भी नहीं कर सकता
(शशि कोन्हेर) : रायपुर : सोना, अगर सोने की तरह चमकता है। तो उसे स्वाभाविक ही कहा जाएगा। लेकिन अगर कोई चीज सोना नहीं है। और वह सोने से भी अधिक चमक रही है। तो उसका कायल होना ही पड़ेगा। यहां बात हम उस सोने की कर रहे हैं। जिससे बनी बिरन माला को पहनाकर कांग्रेस अधिवेशन के डेलिगेट्स का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वागत किया था।
यह एक विशेष घास से बनाई जाती है जिसे खीरसाली नाम के पेड़ के तने और छोटा खंड तथा मुंजा घास के रेशों से बनाया जाता है। यह सभी चीजें बस्तर के अलावा देश के बाकी हिस्सों में देवदुर्लभ ही हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जब डेलीगेट्स का स्वागत करने के लिए उनके गले में यह माला पहना रहे थे तो इस माला की चमक और दमक देखकर लोग भ्रमित हो गए।
और उन्हें लगने लगा की वाह.. कांग्रेस अधिवेशन पर इतना खर्चा…डेलिगेट्स का स्वागत सोने की माला से.. फिर क्या था… भाजपा का मीडिया सेल, जल्दबाजी में इस सोने की माला को ले उड़ा। और सोशल मीडिया में डालकर बिरन माला को जग प्रसिद्ध कर दिया।
लेकिन बाद में सच्चाई जाहिर होने पर उन्हें शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। हम आपको इस माला के जरिए लोगों का स्वागत करते हुए भूपेश बघेल का बनाया गया वीडियो इस आग्रह के साथ दिखा रहे हैं कि कहीं आप भी इसे सोने की माला ना समझ ले..!