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पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री की घोषणा इनको मिलेगा यह पुरस्कार

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(शशि कोन्हेर) : गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा की गई है। पद्म पुरस्कार – पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री – देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से हैं। भारत के पूर्व रक्षा मंत्री पर यूपी के पूर्व सीएम दिवंगत मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया है। मुलायम सिंह यादव का काफी लंबी बीमारी के बाद 10 अक्टूबर 2022 को मेदांता अस्पताल गुरुग्राम में निधन हो गया था।

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उनके अलावा, ORS के अग्रणी दिलीप महालनाबिस को मरणोपरांत पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया है। पद्म विभूषण भारत रत्न के बाद देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है।

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6 हस्तियों को पद्म विभूषण

जिन 6 हस्तियों को पद्म विभूषण दिया गया है उनमें बालकृष्ण दोशी (मरणोपरांत), एस एम कृष्णा, दिलीप महालनाबिस (मरणोपरांत), श्रीनिवास वर्धन और मुलायम सिंह यादव का नाम शामिल है। ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा औपचारिक समारोहों में प्रदान किए जाते हैं जो आमतौर पर हर साल मार्च/अप्रैल के आसपास राष्ट्रपति भवन में आयोजित किए जाते हैं।

वर्ष 2023 के लिए, राष्ट्रपति ने 106 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंजूरी दी है। सूची में 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। पुरस्कार पाने वालों में 19 महिलाएं हैं और सूची में विदेशियों/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई की श्रेणी के 2 व्यक्ति और 7 मरणोपरांत पुरस्कार पाने वाली हस्तियां भी शामिल हैं।

डॉक्टर दिलीप महालनाबिस ने बचाई थीं करोड़ों जिंदगियां

पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर दिलीप महालनाबिस का पिछले साल अक्टूबर में निधन हो गया था। डॉक्टर दिलीप महालनाबिस 87 साल के थे। ओरल रिहाइड्रेशन (ORS) के क्षेत्र में किए गए कार्य के लिए पहचान रखने वाले डॉक्टर दिलीप महालनाबिस ने 5 करोड़ से ज्यादा जिंदगियां बचाई थीं। इस बार पद्म विभूषण से सम्मानित किए जाने वाले डॉक्टर दिलीप महालनाबिस ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान शरणार्थी शिविरों में अपनी सेवा से हजारों जिंदगियां बचाईं थीं। इसके अलावा, डॉक्टर दिलीप महालनाबिस ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान शरणार्थी शिविरों में भी अपनी सेवा से हजारों जिंदगियां बचाईं थीं।

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91 हस्तियों को मिलेगा पद्मश्री पुरस्कार

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इसके अलावा, उत्तरी सेंटिनल से 48 किमी दूर एक द्वीप में रहने वाली जरावा जनजाति के साथ काम कर रहे अंडमान के सेवानिवृत्त सरकारी डॉक्टर रतन चंद्र कार को मेडिसिन (चिकित्सक) के क्षेत्र में पद्म श्री प्राप्त हुआ। रतन चंद्र कार के अलावा, हीराबाई लोबी, मुनीश्वर चंदर डावर को भी पद्म श्री देने की घोषणा हुई है। पद्मश्री के लिए 91 लोगों का चयन किया गया है जिनमें दिग्गज राजनेता, व्यवसायी, वैज्ञानिक और डॉक्टर से लेकर लोक सेवा में लगे कलाकार और आम लोग शामिल हैं।

नगा सामाजिक कार्यकर्ता रामकुइवांगबे न्यूमे, केरल के गांधीवादी वी पी अप्पुकुट्टन पोडुवल, नगा संगीतकार मोआ सुबोंग भी पद्म श्री से सम्मानित होंगे इनके अलावा, पश्चिम बंगाल की 102 वर्षीय सरिंदा वादक मंगला कांति रॉय, जैविक खेती करने वाले 98 वर्षीय किसान तुला राम उप्रेती को भी पद्मश्री मिलेगा।

बता दें कि देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म पुरस्कारों के विजेताओं की घोषणा सालाना गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है। इस पुरस्कार को उपलब्धि के स्तर के आधार पर तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है। सबसे पहले पद्म विभूषण, उसके बाद पद्म भूषण और पद्म श्री अवॉर्ड आते हैं।

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