छत्तीसगढ़जांजगीर-चाम्पा

देखिये वीडियो : चिता जलाने को लेकर दो समुदाय के बीच विवाद….जलती चिता से बाहर निकाला शव

(हेमंत पटेल) :  जांजगीर चांपा जिला के बस्ती बाराद्वार गांव में बुधवार की शाम दो समुदाय के बीच अंतिम संस्कार को लेकर विवाद हो गया और एक समाज के लोगो ने जलती चिता से शव को बाहर निकाल कर अंतिम संस्कार करने पर रोक लगा दी ,वही रात से ही गांव में तनाव की स्थिति बनी रही और पीड़ित परिवार के साथ भीम आर्मी ने बाराद्वार जैजैपुर मार्ग में चक्काजाम कर सरपंच सहित आरोपियों की गिरफ्तारी और बाराद्वार थाना प्रभारी के खिलाफ कारवाई की मांग की,भारी तनाव के बाद आखिरकार  चांपा पुलिस ने सरपंच सहित 9 आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली है और बाराद्वार थाना प्रभारी के खिलाफ जांच का आश्वासन दिया।

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जांजगीर चांपा जिले में आज भी रूढ़िवादी परंपराओं का पालन किया जा रहा है और गांव के दबंगों द्वारा छोटी जाति के लोग कह कर शासकीय मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार करने पर रोक लगा दिया गया ,बाराद्वार थाना के बस्ती बाराद्वार गांव में मानवता को शर्मसार करने वाला कोई और नहीं बल्कि गांव का सरपंच और उसके सहयोगी है।

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जिन्होंने बुधवार को गांव के एक युवक शव को सार्वजनिक मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार करने पर रोक लगा दिया और चिता का आग बुझा कर अधजले शव को बाहर निकाल दिया ।

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सरपंच और उसके साथियों के इस अमानवीय व्यवहार से मृतक के परिजनों और समाज के लोगो में भारी आक्रोश देखा गया और रात में ही अधजले शव को लेकर आरोपियों को गिरफ्तार की मांग की लेकर  प्रदर्शन करने लगे ,और सुबह तक बाराद्वार थाना प्रभारी द्वारा कोई कारवाई नही करने पर शव को सड़क  में रख कर बाराद्वार जैजैपुर मार्ग में चक्काजाम कर दिया ,इस घटना को सुनने के बाद भीम आर्मी के पदाधिकारी भी मौके में पहुंचे और आंदोलन में शामिल हुए,उन्होंने प्रदेश  सरकार पर अनुसूचित जाति के लोगो को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए आवाज दबाने की आरोप लगाया है।

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बस्ती बाराद्वार गांव में अंतिम संस्कार को लेकर उपजे विवाद के बाद जिला पुलिस और जिला प्रशासन की टीम आक्रोशित लोगो को समझाइश देती रही लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े लोगो ने आज दोपहर एक बजे तक चक्काजाम कर जम कर नारे बाजी की ,वही गांव से फरार सरपंच और उसके साथियों को चांपा पुलिस ने गिरफ्तार कर परिजनों को जानकारी दी और बाराद्वार थाना प्रभारी के खिलाफ विभागीय  जांच का भरोसा दिलाया है ,और शव को उसी शासकीय मुक्तिधाम में परिजनों और समाज के लोगो की मौजूदगी में अंतिम संस्कार संपन्न कराया,

अनिल कुमार सोनी ( एडिशनल एसपी जांजगीर )

आज भले ही शासन प्रशासन छुआ छूत और ऊंच नीच की भावना से ऊपर उठने का दावा करे लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में आज भी दबंगों ने मानवता को शर्मसार करने में जुटे हुए है ,जिनके कारण शासन प्रशासन को विरोध का सामना करना पड़ रहा है ।

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