देश

वहां ऐसे हैं पर्यावरण प्रेमी.. बारिश के कारण उखड़े 70 साल पुराने बरगद को..

Advertisement

(शशि कोन्हेर) : सिरसिला – तेलंगाना के सिरसिला जिले में पर्यावरण संरक्षण की एक खूबसूरत मिसाल देखने को मिली। प्रकृति प्रेमियों के सफल प्रयास से एक उखड़े हुए बरगद के पेड़ को फिर से जमीन मिल गई। बता दें कि जिले में मूसलाधार बारिश के कारण एक 70 साल से अधिक पुराना बरगद पेड़, जो 100 टन था। उसे कुछ पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने मिलकर एक नया जीवन दिया है।

Advertisement
Advertisement

क्या है पूरा मामला

Advertisement

सिलसिला जिले के सुड्डाला गांव में भीषण बारिश के कारण महीने पहले एक 70 वर्षीय विशाल बरगद का पेड़ उखड़ गया था। लेकिन उसी गांव के एक शख्स डा डोब्बाला प्रकाश, जो एक प्रकृति प्रेमी है। साथ ही वह

Advertisement

वृक्ष रक्षा के सिद्धांत में विश्वास करते हैं। वह इस विशाल बरगद के पेड़ के गिरने से बेहद परेशान और विचलित हो उठे थे। वह यह सोच कर चिंतित थे कि जिस ने मनुष्यों और पक्षियों को समान रुप से आसरा दिया। वह पेड़ बेसहारा जमीन पर पड़ा है। बस फिर क्या था उन्होंने पेड़ को फिर से लगाने का फैसला कर लिया। पेड़ को पुनर्जीवित करने के लिए डा डोब्बाला प्रकाश ने खर्चों के लिए दानदाताओं की तलाश शुरु कर दी।

उनके इस प्रयास में राज्यसभा सांसद जे संतोष कुमार, से बड़ा सहयोग मिला, जो अपनी हरित पहल के लिए जाने जाते हैं। संतोष कुमार ने डा प्रकाश की मदद करने का फैसला किया और परिवहन की व्यवस्था की।

जानें कैसे पुनः स्थापित किया गया विशाल बरगद का पेड़

विशाल बरगद के पेड़ को फिर से लगाने के लिए बड़े वाहन यानी की क्रेन की मदद ली गई, जो 100 टन की क्षमता वाले पेड़ को सरलता से उठा सके। पेड़ एक आसान रास्ते से अपने स्थापित होने की जगह पर पहुंच सके इसके लिए एक विशेष रणनीति बनाई गई।

जिसके बाद, 70 टन की क्षमता रखने वाली दो क्रेन ने एकसाथ मिलकर पेड़ को उठाकर एक जगह से दूसरे जगह पर रखा। पेड़ जहां गिरा था वहां से करीब छह किलोमीटर दूर उसे फिर से रोपित कर दिया गया।

Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button