बिलासपुर

बिलासपुर में 120 साल पुराना है बैसवारी फाग का इतिहास, शहर के प्रथम विधायक डॉक्टर शिव दुलारे मिश्रा ने समाज के साथ शुरू की थी होली की यह संस्कृति…..

(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – आज से 120 साल पहले बिलासपुर शहर में पंडित शिव दुलारे मिश्रा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी समाज के वरिष्ठ जन कालिका प्रसाद दीक्षित तथा कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज के लोगों ने जब शहर में चारों ओर आजादी के लिए लोग सड़कों पर निकल कर अंग्रेजो के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे तब इस शहर में कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज ने लगभग 1920 के आसपास में इस शहर में बैसवारी फाग की शुरुआत की थी। सबसे पहले डॉ शिव दुलारे मिश्रा संसद संग्राम सेनानी जो की आजादी की लड़ाई में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिए थे इस शहर के प्रथम विधायक भी थे उन्होंने आजादी की लड़ाई के दौरान ही बैसवारी फाग के माध्यम से अंग्रेजों के खिलाफ बैठक शुरू की थी ।जिसमें प्रमुख रुप से राम प्रसाद शुक्ला कालिका प्रसाद दीक्षित धारेश्वर मिश्रा के अलावा मुन्ना शुक्ला कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज के लोगों ने बैसवारी फागके माध्यम से फाग गीतों के साथ ही अंग्रेजो के खिलाफ बैठक करने रणनीति बनाने के लिए भी होली में बैसवारी फाग का आयोजन किया था ।धीरे-धीरे या परंपरा आगे बढ़ती रही और इसहोली पर बड़ा रूप ले लिया। आज सदर बाजार में शिवा मिश्रा के निवास पर बसवारी फाग के आयोजन में समाज के लोगों ने जमकर होली के गीत गाए और होली की खुशियां मनाने के साथ ही एक दूसरे को रंग गुलाल भी लगाया। शहर में कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज के द्वारा होली पर्व के 1 माह पहले से ही बैसवारी फाग का आयोजन समाज के लगभग सभी घरों में किया जाता है ।पारी पारी से समाज के सभी लोग एक दूसरे के घर में पहुंचकर इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं।

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आज शिवा मिश्रा ने अपने निवास पर समाज के लोगों का अभिनंदन भी किया समाज की महिलाएं भी बैसवारी भाग में शामिल हुई। आज के आयोजन में राम प्रसाद शुक्ल , अरविंद दीक्षित मनोज शुक्ल, आशीष शुक्ल, गुड्डा पांडेय ,मनोज तिवारी, टिंकू दुबे, मनीष दीक्षित ,स्वप्निल शुक्ला, सुनील शुक्ल विमलेश बाजपाई मिश्रा चंद्रप्रदीप बाजपाई शारद तिवारी पंकज मिश्र गौरव तिवारी योगेश तिवारी अनिल दीक्षित अमिताभ तिवारी के अलावा महिलाएं भी बैसवारी फाग में शामिल हुए इस अवसर पर रंजना मिश्रा वंदना मिश्रा नीना दुबे श्रद्धा तिवारी वंदना शुक्ला छाया मिश्रा रश्मि तिवारी पुष्पा तिवारी रश्मि शुक्ला प्रतीक्षा रंजना शुक्ला स्वर्णा शुक्ला निधि मिश्रा मीनाक्षी मिश्रा के अलावा ब्राह्मण समाज के अलावा अनेक लोग मौजूद थे।

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