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भारत में बैटरी स्टोरेज फैक्ट्री लगाएगी Tesla, सरकार को दिया प्रपोजल!

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(शशि कोन्हेर) : दुनिया के सबसे दौलतमंद अरबपति एलन मस्क की कंपनी टेस्ला (Tesla) ने भारत में बैटरी स्टोरेज सिस्टम बनाने और बेचने का प्लान तैयार कर लिया है। इसके साथ ही कंपनी ने बैटरी स्टोरेज फैक्ट्री बनाने के लिए भारत के अधिकारियों को एक प्रस्ताव सौंपा है। इस प्रस्ताव में भारत सरकार से प्रोत्साहन की मांग भी की गई है। बता दें कि एलन मस्क बीते कुछ साल से अमेरिका की इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली दिग्गज कंपनी Tesla के जरिए भारत के मार्केट में एंट्री चाहते हैं।

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पावरवॉल पर हो रही बातचीत: न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक Tesla कई हफ्तों से भारत में लगभग 24,000 डॉलर की कीमत वाली कार बनाने के लिए एक नई इलेक्ट्रिक वाहन (EV) फैक्ट्री स्थापित करने के बारे में बातचीत कर रही है। हाल के दिनों में Tesla के अधिकारियों ने भारत सरकार के प्रतिनिधियों के साथ कई बैठकें की हैं। इस दौरान टेस्ला ने अपने “पावरवॉल” के साथ देश की बैटरी स्टोरेज कैपिसिटी का समर्थन करने का प्रस्ताव रखा।

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पावरवॉल क्या है: पावरवॉल एक ऐसी प्रणाली है, जो रात में या आउटेज के दौरान इस्तेमाल के लिए सोलर पैनल या ग्रिड से पावर स्टोर कर सकती है। टेस्ला की पावरवॉल लगभग एक मीटर ऊंची एक सॉफ्ट यूनिट है जिसे गैरेज में या घर के बाहर लटकाने के लिए डिजाइन किया गया है। साल 2015 में एलन मस्क के साथ टेस्ला के कैलिफोर्निया कैंपस की यात्रा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने इस सिस्टम की समीक्षा भी की थी।

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प्रोत्साहन की मांग कर रही कंपनी: रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से बताया कि टेस्ला ने बैटरी स्टोरेज फैक्ट्री लगाने के लिए सरकार से कई प्रोत्साहन मांगे हैं। वहीं, भारतीय अधिकारियों ने बताया कि ये आसान नहीं है। हालांकि, सरकार ऐसे उत्पाद खरीदने वालों को सब्सिडी देकर कंपनी के लिए एक निष्पक्ष व्यवसाय मॉडल बनाने में मदद कर सकती है।

बिजली संकट से जूझ रहा देश: बता दें कि भारत ने कस्बों और गांवों में बिजली की आपूर्ति बढ़ा दी है, लेकिन मांग बढ़ने के कारण अभी भी बिजली की कमी का सामना करना पड़ रहा है। यह काफी हद तक कोयला आधारित बिजली उत्पादन पर निर्भर है। पिछले साल, कोयला परिवहन समस्याओं के कारण भारत को छह साल से अधिक समय में अपने सबसे खराब बिजली संकट का सामना करना पड़ा था।

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