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गहलोत पायलट के बीच तल्खी मिटाने राहुल ने 2 घंटे तक की दोनों से बात

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(शशि कोन्हेर) : राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच में तकरार की खबरें आती रहती हैं. मुद्दे अलग रहते हैं, लेकिन कई मौकों पर दोनों नेता एक दूसरे के सामने आ जाते हैं. अब इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दो घंटे तक दोनों नेताओं के साथ राजस्थान में एक अहम बैठक की है. उस बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा हुई, स्पष्ट नहीं.

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सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच तकरार राजस्थान कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती रहती है. दोनों नेताओं के बीच में जिस तरह की बयानबाजी देखने को मिलती है, कई मौकों पर ये पार्टी के लिए ये मुसीबत बन जाती है.

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अब क्योंकि राजस्थान में चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में पार्टी का एकजुट रहना जरूरी है. दोनों दिग्गज नेताओं का भी मतभेद भुला साथ रहना जरूरी है. इसी वजह से राहुल गांधी ने दोनों नेताओं के साथ ये बैठक की.

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बैठक पूरे दो घंटे चली है. इससे पहले भी राहुल ने तकरार को कम करने के लिए इस तरह की मुलाकात की है. अब जमीन पर इन मुलाकातों का कितना असर पड़ता है, ये आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा. अभी के लिए कांग्रेस की तरफ से पूरी कोशिश हो रही है कि पार्टी को एकजुट रखा जाए.

वैसे इसी कड़ी में कुछ दिन पहले केसी वेणुगोपाल ने दोनों अशोक गहलोत और सचिन पायलट के मतभेद खत्म करने के प्रयास किए थे. उस प्रयास पर बीजेपी नेता केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा था कि जनता इस लड़ाई से त्रस्त हो चुकी है. एक को सीएम कुर्सी पर बने रहना है, दूसरे को सीएम कुर्सी की आस है. मैं बस इतना जानता हूं कि जबरदस्ती की शादी ज्यादा नहीं टिकती है.

वैसे इससे पहले भी जब महाराष्ट्र के बाद राजस्थान में सियासी संकट आया था, तब सचिन पायलट ने गहलोत के बयानों के लेकर कई सवाल पूछे गए थे. नकारा निकम्मे वाले बयान पर भी प्रतिक्रिया मांगी गई थी.

लेकिन तब समय की नजाकत को देखते हुए सचिन पायलट ने गहलोत पर निशाना नहीं साधा था. उनकी तरफ से सिर्फ इतना कहा गया था कि सीएम गहलोत ने मेरे बारे में काफी कुछ कहा है. मुझे नकारा, निकम्मा बताया गया है. मैं उनके बयानों को अलग तरह से नहीं लेता हूं. वे अनुभवी नेता हैं, पिता के समान हैं.

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