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भारतीय हॉकी टीम ने रिकॉर्ड अंतर से पाकिस्तान को हराकर सेमीफाइनल में बनाई जगह, 41 साल पुराना हिसाब किया चुकता

(शशि कोन्हेर) : कप्तान हरमनप्रीत सिंह के चार गोल की मदद से भारतीय हॉकी टीम ने एशियाई खेलों के पूल ए के एकतरफा मैच में शनिवार को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 10-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह पक्की की। पाकिस्तान के खिलाफ गोल अंतर के हिसाब से यह भारत की सबसे बड़ी जीत है।

हरमनप्रीत ने 11वें, 17वें, 33वें और 34वें मिनट में गोल किए, जबकि वरुण कुमार (41वें और 54वें) ने दो गोल किए। मनदीप सिंह (आठवें), सुमित (30वें), शमशेर सिंह (46वें) और अपना 150वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे ललित कुमार उपाध्याय (49वें)गोल करने वाले अन्य खिलाड़ी रहे।

पूरी तरह से भारतीय दबदबे वाले मुकाबले में मोहम्मद खान (38वें) और अब्दुल राणा (45वें) ने गोल कर पाकिस्तान के हार के अंतर को कम किया। यह दोनों टीमों के बीच 180वां मैच था और आठ गोल के अंतर से मिली जीत भारत-पाकिस्तान हॉकी के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी जीत है।

पाकिस्तान के खिलाफ भारत की इससे पहले सबसे बड़ी जीत का अंतर 2017 में 7-1 था। पाकिस्तान ने भी इसी अंतर से भारत के खिलाफ सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। पाकिस्तान ने यह नतीजा 1982 में दिल्ली में हुए एशियाई खेलों के फाइनल में हासिल किया था।

भारत ने इस तरह शनिवार के मैच में 41 साल पहले की उस अपमानजनक हार का बदला ले लिया। भारतीय टीम ने लगातार चार जीत के बाद 12 अंक के साथ पूल ए में अपना शीर्ष स्थान पक्का कर लिया है। टीम को पूल के अपने आखिरी मुकाबले में दो अक्टूबर को बांग्लादेश का सामना करना है।

पहले क्वार्टर में भारत ने किए दो गोल

पाकिस्तान के खिलाफ पूल ए के मुकाबले में भारतीय टीम शुरुआत में ही आक्रामक अंदाज में दिखी।मनदीप सिंह ने 8वें मिनट में गोल दागकर भारत को 1-0 से बढ़त दिलाई। इसके बाद अभिषेक और मनदीप सिंह ने आपस में बेहतरीन तालमेल बनाया और मनदीप ने सिंह ने विपक्षी गोलकीपर को चकमा देते हुए शानदार गोल किया।

जबकि हरमनप्रीत सिंह ने 11वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक को गोल में तब्दील कर भारत की बढ़त को 2-0 तक पहुंचा दिया। पहले क्वार्टर की समाप्ति तक भारत ने 2-0 से बढ़त बना ली।

दिलचस्प बात यह है कि ललित कुमार उपाध्याय भारत के लिए अपना 150वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे हैं। इस भारतीय फॉरवर्ड ने 2014 हॉकी विश्व कप में भारत के लिए डेब्यू किया था। 29 वर्षीय खिलाड़ी 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। वह टोक्यो 2020 के ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भी हैं। भारतीय टीम अभी तक पूरी तरह से पाकिस्तान के ऊपर हावी दिख रही है। दूसरे क्वार्टर में ललित कुमार ने गोल करने का एक मौका बनाया, लेकिन उनका प्रयास साइड नेटिंग से टकराकर असफल हो गया।

हरमनप्रीत की हैट्रिक

दूसरे क्वार्टर के आखिरी लम्हों में सुमित ने गोलकर भारत को 4-0 से बढ़त दिलाई। इस तरह पहले हाफ की समाप्ति तक भारत ने एकतरफा अपनी बढ़त बरकरार रखी और पाकिस्तान टीम को एक भी गोल नहीं करने दिया। तीसरे क्वार्टर की शुरुआत से ही भारत ने पजेशन अपने पास बनाए रखा और एक पेनल्टी स्ट्रोक हासिल कर लिया, जिसने हरमनप्रीत सिंह ने एक बार इसे गोल में तब्दील कर अपनी गोल की हैट्रिक पूरी की।

तीसरे क्वार्टर में खुला पाकिस्तान का खाता

भारत ने इसके अगले ही मिनट में एक पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर स्कोर को 6-0 पहुंचा दिया। भारत बनाम पाकिस्तान मुकाबले में हरमनप्रीत सिंह का एक बार फिर दबदबा देखने को मिला। पाकिस्तान टीम ने तीसरे क्वार्टर में एक पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर अपनी टीम का खाता खोला। पाकिस्तान के लिए यह गोल मुहम्मद सुफियान खान ने 38वें मिनट में किया। पाकस्तिान ने मैच में अपना तीसरा पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन भारतीय डिफेंस के आगे वे उसे गोल में तब्दील करने में असफल रहे।

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