बिलासपुर

युवक को गंभीर धारा मे फ़साने बनाया डॉक्टर का फर्जी मेडिकल रिपोर्ट, अपराध दर्ज…..

(आशीष मौर्य) : बिलासपुर – डॉक्टर क़ी तरफ से युवक को गंभीर धारा मे फ़साने फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने के मामले मे सरकंडा पुलिस ने डॉक्टर नरेश कुमार कृष्णनी क़ी रिपोर्ट पर अंकित दुबे, उत्कर्ष दुबे सहित अन्य लोगो को मामले मे आरोपी बनाया है. इनके खिलाफ़ धारा 120-B-IPC, 420-IPC, 467-IPC, 468-IPC, 471-IPC का मामला दर्ज किया गया है.

क्या था मामला :-

मारपीट के मामले में युवक के खिलाफ 307 की धारा लगाने डॉक्टर का फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनाने का मामला सामने आया था . पीड़ित की मां आशा सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर पूरे मामले का खुलासा किया था और आईजी एसपी को पुरे मामले क़ी शिकायत क़ी थी .साथ ही सिविल लाइन पुलिस की कार्रवाई पर भी गंभीर आरोप लगाए थे.


जनवरी 2022 में हुए एक मारपीट के मामले में सिविल लाइन पुलिस ने 8 महीने बाद धारा 307 प्रकरण में जोड़ा था. आहत उत्कर्ष दुबे की रिपोर्ट पर पुलिस की इस कार्रवाई पर कई सवाल उठे, वही प्रकरण में जिन निजी हॉस्पिटल के चिकित्सकों का मेडिकल रिपोर्ट लगाया गया था उस पर शुरू से ही सावल उठ रहे थे . सिविल लाइन पुलिस ने सरकंडा निवासी शक्ति ठाकुर को 307 की धारा में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. शक्ति की मां आशा सिंह ने जब मेडिकल रिपोर्ट की जानकारी स्काई हॉस्पिटल के संबंधित चिकित्सक डॉ राजीव सखूजा और डॉ नरेश कृषनानी ली तो रिपोर्ट देखते ही उनके होश उड़ गए, दरअसल हॉस्पिटल के किसी कर्मचारी द्वारा दूसरे पक्ष से सांठगांठ कर फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार किया गया. दोनों डॉक्टरों ने फर्जी मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने के मामले में सरकंडा थाने में शिकायत की . जाँच के बाद सरकंडा पुलिस ने डॉक्टर नरेश कुमार कृष्णनी क़ी रिपोर्ट पर अंकित दुबे, उत्कर्ष दुबे सहित अन्य लोगो को मामले मे आरोपी बनाया है. इनके खिलाफ़ धारा 120-B-IPC, 420-IPC, 467-IPC, 468-IPC, 471-IPC का मामला दर्ज किया गया है.

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