25 लाख 61 हजार का गांजा, दो तस्कर और एक पिकअप…..
(शशि कोन्हेर) : कवर्धा – मध्यप्रदेश- छग बॉर्डर पर चिल्फी पुलिस ने गुरुवार रात दो गांजा तस्करों को पकड़ा है। दोनों तस्कर पिकअप के पीछे डाला में 25.61 लाख रुपए कीमती 1 क्विंटल 28 किलो गांजा छिपाकर रखे थे। खास बात यह है कि पुलिस से बचने के लिए गांजा तस्कर शार्टकट अंदरूनी व जंगली रास्ता सर्च करने एंड्रायड मोबाइल रखे थे।
कवर्धा में हुए दंगे के चलते इंटरनेट सेवाएं 5 दिन से बंद है। इस बात ये अनजान तस्कर रास्ता भटक गए और चिल्फी में धरे गए। मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी आरोपी अश्वनी कुमार पिता भावाग्रही दिगल (28) निवासी तिलकपड़ा जिला कंधमाल (ओड़िशा) और जतन पिता सदानंद दीगर (26) सालागुड़ा जिला कंधमाल (ओड़िशा) का रहने वाला है। ओडीशा के कंधमाल से ये दोनों पिकअप क्रमांक- ओडी 02 बीएल 1366 में 1 क्विंटल 28 किलो गांजा लेकर निकले थे। महासमुंद के रास्ते तस्करों ने छत्तीसगढ़ में एंट्री की। इन्हें जबलपुर (मप्र) में गांजा की सप्लाई करना था, जहां से ये गांजा विभिन्न थानों पर भेजी जाती। इससे पहले ही छग बॉर्डर पर चिल्फी पुलिस ने चेकिंग के दौरान अंतरराज्यीय तस्करों को धर दबोचा।
चिल्फी टीआई बृजेश सिन्हा बताते हैं कि तस्करी के लिए आरोपियों ने पिकअप वाहन को खास तरीके से मोडिफाई कराया था। पिकअप के डाला के नीचे लोहे की चादर को वेल्डिंग कराकर इसमें गुप्त चेंबर बनाया था, जिससे कि गांजा छिपा सके। इसी गुप्त चेंबर में 123 पैकेटों में 128.06 किलो (1 क्विंटल 28 किलो) गांजा छिपाकर जबलपुर (मप्र) ले जा रहे थे। चेंबर को खोलने में ही पुलिस को दो से ढाई घंटे का समय लगा।
मिली जानकारी के अनुसार ओडिशा से छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान तक गांजे की सप्लाई होती है। पहले लग्जरी कारों में गांजे की तस्करी होती थी। डिमांड बढ़ने पर तस्करों ने इसे ट्रकों में सप्लाई करना शुरू कर दिया। कबीरधाम जिले के चिल्फी, महासमुंद समेत अन्य जिलों में लगातार कार्रवाई के चलते तस्करी का ट्रैंड बदल दिया है। अब मालवाहक पिकअप व बाइक पर गांजा तस्करी हो रही है।
सब्जियों की ढुलाई में लगे मप्र व छग पासिंग कई पिकअप वाहन चिल्फी से रोज आना-जाना करते हैं। जिस पिकअप में गांजा तस्करी की जा रही थी, वह खाली थी। उसका रजिस्ट्रेशन नंबर ओडिशा पासिंग दिखा रहा था, जिससे बॉर्डर पर तैनात पुलिस को शक हुआ। तलाशी में गाड़ी से पश्चिम बंगाल पासिंग एक और नंबर प्लेट बरामद हुआ है। जिसे अलग- अलग राज्यों से गुजरने के दौरान पुलिस काे चमका देने के लिए रखा था।