भाजपा को चुनौती देने राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा 2-0 निकालने की तैयारी में …पोरबंदर से निकलकर त्रिपुरा तक जाएगी यात्रा, अखिलेश और जयंत भी हो सकते हैं साथ
(शशि कोन्हेर) : कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी बहुचर्चित भारत जोड़ो यात्रा फिर से निकालने जा रहे हैं। इसकी शुरुआत गुजरात के पोरबंदर से हो सकती है, जबकि यह त्रिपुरा के अगरतला तक चलेगी। इस यात्रा का अहम हिस्सा उत्तर प्रदेश में भी बीतेगा। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यूपी को कवर करने के लिए खास रणनीति बनाई गई है। इस दौरान, राहुल गांधी के साथ अखिलेश और जयंत चौधरी भी नजर आ सकते हैं।
इस दौरान पश्चिमी और पूर्वी यूपी के कई जिलों को यात्रा में कवर किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि भारत जोड़ो यात्रा के पहले फेज में राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा की थी, जिसमें 3500 से ज्यादा किलोमीटर की पदयात्रा की गई थी। इसमें यूपी में चंद दिन ही बिताए गए थे।
यात्रा के दूसरे फेज में राहुल गांधी जब यूपी पहुंचेंगे, तब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खाबरी समेत कई अन्य दलों के नेता भी मौजूद होंगे। इस यात्रा की शुरुआत 15 अगस्त या फिर दो अक्टूबर से हो सकती है।
इस बाबत मिल रही जानकारी के अनुसार बृजलाल खाबरी ने कहा कि यूपी कांग्रेस के नेताओं ने राहुल गांधी से प्रदेश को ज्यादा समय देने को कहा है। अभी रूट और तारीखें तय की जा रही हैं। पहले फेज में राहुल ने गाजियाबाद, बागपत और शामली जिलों को रणनीति के तहत कवर किया था। इस दौरान, वे 130 किलोमीटर यूपी में पैदल चले थे और बागपत से यात्रा हरियाणा की ओर चली गई थी।
सूत्रों की मानें तो राहुल की भारत जोड़ो यात्रा 2.0 में ‘इंडिया’ गठबंधन के कई अहम दलों के नेता भी दिख सकते हैं। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, आरएलडी चीफ जयंत चौधरी भी राहुल को यात्रा में ज्वाइन कर सकते हैं। मालूम हो कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पश्चिमी यूपी की सीटों पर आरएलडी और सपा गठबंधन की नजरें हैं और उम्मीद है कि यहां पर वे बीजेपी को कड़ी टक्कर दे सकते हैं।
सूत्रों ने कहा, ”आंतरिक एनालिसिस है कि तीनों- राहुल, अखिलेश, जयंत- सहारनपुर, बागपत, रामपुर, बरेली, बदायूं, अलीगढ़, देवरिया, महाराजगंज, गाजीपुर, आजमगढ़ और कुशीनगर में वोटों को इंडिया गठबंधन के पक्ष में कर सकते हैं। ऐसे में इन जिलों से यात्रा निकलने की उम्मीद जताई जा रही है।
विधानसभा चुनाव में साथ आ चुके हैं राहुल-अखिलेश
भारत जोड़ो यात्रा 2.0 में यदि राहुल गांधी और अखिलेश यादव यूपी में एक बार फिर से एकसाथ दिखाई देते हैं तो यह पहली बार नहीं होगा। दरअसल, 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस और सपा ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था। हालांकि, तब दोनों ही दलों की बुरी तरह हार हुई थी और बीजेपी ने सरकार बना ली थी।
उस समय अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने मिलकर प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया था। राहुल और अखिलेश की सामने करते हुए टैगलाइन दी गई थी, ”यूपी को ये साथ पसंद है।” तब सपा को महज 47 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस सात सीटें ही जीत सकी थी। इसके बाद अखिलेश ने आगे से कांग्रेस से गठबंधन नहीं करने की भी बात की थी। लेकिन पिछले विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के बनने के बाद से फिर से यूपी में कांग्रेस, आरएलडी और सपा के अलायंस की बात चर्चा में आ गई है।